धर्मशाला- बिलासपुर की बेटियां सेना में लेफ्टिनेंट

सच हुआ राजोल की सपना का सपना

धर्मशाला —  पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश के शाहपुर राजोल की बेटी सपना देवी नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनी है। सपना देवी की उपलब्धि से गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है। सपना देवी ने भारतीय सेना में नर्सिंग लेफ्टिनेंट बनकर अपना व अपने माता-पिता का नाम रोशन किया है। सपना ने मात्र 24 साल की उम्र में ही भारतीय सेना में बड़ा पद प्राप्त किया है। सपना ने शुरू से ही भारतीय सेना में जाने का सपना देखा था, जिसे अब उसने पूरा करके भी दिखा दिया है। सपना ने आठवीं तक की पढ़ाई माध्यमिक स्कूल केटलू से, दसवीं राजोल से की है। इसके अलावा सपना ने बीएससी नर्सिंग सरस्वती कालेज कुराली चंडीगढ़ से प्राप्त की है। सपना के पिता गंधर्व सिंह भी सेना में सेवाएं दे चुके हैं, जबकि माता रक्षा देवी गृहिणी हैं। सपना ने बताया कि उसने ताया कैप्टन गोविंद सिंह, पिता गंधर्व सिंह, माता और बहन से प्रेरित होकर यह मुकाम हासिल किया है। उसने बताया कि वह देश के लिए कुछ करना चाहती थी और अब लेफ्टिनेंट बनकर देश की सेवा करेगी।

बिनौला की रेणु मेडिकल कॉर्प्स में तैनात

बिलासपुर —  बिलासपुर की एक और बेटी भारतीय सेना में शामिल हुई है। बिनौला पंचायत के नोग गांव की रेणुबाला इंडियन आर्मी की मेडिकल कॉर्प्स में लेफ्टिनेंट बनी है। रेणुबाला की नियुक्त मिलिट्री हास्पिटल बरेली में हुई है। सेना में हवलदार पद से सेवानिवृत्त हुए दौलत राम तथा व्यासा देवी की इस होनहार बेटी की सफलता से न केवल परिजन खुश हैं, बल्कि पूरे गांव में भी खुशी का माहौल है। रेणुबाला ने प्रारंभिक शिक्षा एसवीएम कंदरौर व बिलासपुर से हासिल की थी। सीनियर सेकेंडरी स्कूल कंदरौर से साइंस में जमा दो की पढ़ाई करने के बाद उसने पंचकूला की एक नर्सिंग संस्था से जनरल नर्सिंग का डिप्लोमा हासिल किया। स्कूली शिक्षा के दौरान रेणु को भारत स्काउट एंड गाइड्स में राष्ट्रपति गाइड का सर्टिफिकेट भी मिला। नर्सिंग के बाद उसने आईजीएमसी शिमला से पांच माह की इंटर्नशिप ट्रेनिंग की। उसके बाद कई अन्य स्वास्थ्य संस्थानों में सेवाएं देने के साथ ही उसने क्रिटिकल नर्सिंग केयर का डिप्लोमा भी प्राप्त किया। हालांकि अभी उसकी एमएससी नर्सिंग की छह माह की पढ़ाई बाकी है, लेकिन इससे पहले ही वह भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गई।