नालागढ़ की सड़कों पर जरा बच के

नालागढ़ —  नालागढ़ की सड़कों पर चलना संभल कर, यहां गड्ढे ही नहीं, अपितु सड़कें इतनी खस्ता हालत में  है कि इस पर पैदल चलना भी मुश्किलों भरा है। बारिश हो तो सड़कें कीचड़ से पूरी तरह से सन जाती हैं और यदि मौसम साफ हो तो धूल-मिट्टी के उड़ते गुबारों के साथ गड्ढेनुमा सड़कों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन सड़कों पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चलना भी मुश्किलों भरा है। नालागढ़ शहर के लोग इस बार सबसे अधिक परेशानी क्षेत्र की खस्ता हालत सड़कों से भुगत रहे हैं, क्योंकि शहर में बिछ रही सीवरेज के कारण शहर की हर गली व सड़कें पूरी तरह से उखाड़ दी गई हैं, जिससे मिट्टी के ढेर लगने के बाद बारिश होने पर ये कीचड़ से भर जाती हैं। जानकारी के अनुसार नालागढ़ में बारिश के बाद सड़कें पूरी तरह से कीचड़नुमा हो जाती हैं और यदि मौसम साफ रहे तो इससे दोगुना परेशानी होती है। नालागढ़ शहर में सीवरेज का कार्य भी लगा हुआ है, जिसके चलते सड़कों व गलियों में खुदाई की गई है, जिससे लोगों को बारिश में कीचड़ और साफ मौसम में धूल-मिट्टी के साथ उभरे गड्ढों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि कई सड़कों की नालियां बंद होने से सड़कें तालाब का रूप धारण कर लेती हैं, वहीं सड़कों में गड्ढे उभर आए हैं। नालागढ़ शहर की सड़कें पूरी तरह से सीवरेज की पाइप लाइनें बिछाने के कारण उखाड़ी गई हैं, जिससे शहर की सड़कों व गलियों में मिट्टी भर गई है। बारिश होने की स्थिति में मिट्टी सड़कों पर बह जाती है और सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे उभर आते हैं, जबकि साफ मौसम इन उभरे गड्ढों से परेशानी देता है। नगर परिषद अध्यक्ष महेश गौतम ने कहा कि शहर की कई सड़कों की मरम्मत का कार्य चला हुआ है और कई सड़कों व गलियों को दुरुस्त बनाने के टेंडर लगाए जा रहे हैं, जल्द ही शहर की सभी सड़कों व गलियों की मरम्मत कर ली जाएगी, ताकि लोगों को परेशानी न हो।