नालागढ़ में विद्युत ढांचा होगा सुदृढ़

नालागढ़ —  नालागढ़ के सरकारी भवन अब सोलर सिस्टम से जगमगाएंगे। सरकारी भवनों में जहां सोलर सिस्टम से विद्युत का प्रबंधन होगा, वहीं शहर में बिजली व्यवस्था का मॉड्रनाइजेशन होगा। सोलर सिस्टम से कार्यालयों में मुहैया करवाने वाली बिजली से जहां विद्युत खर्च कम होगा, वहीं शहर में लो वोल्टेज जैसी समस्या से भी निजात मिलेगी। इंटरग्रेटिड पावर डिवेलपमेंट स्कीम के तहत विद्युत बोर्ड नालागढ़ को योजना के तहत करीब तीन करोड़ 41 लाख रुपए के बजट का प्रावधान कर दिया गया है, जिससे नालागढ़ शहर में विद्युत व्यवस्था का सुदृढ़ीकरण होगा, वहीं हाईटेंशन व लो टेंशन तारों को भी बदला जाएगा। योजना के तहत 29 नए ट्रांसफार्मर भी स्थापित होंगे, वहीं 18 पुराने ट्रांसफार्मरों को अपग्रेड भी किया जाएगा।  नालागढ़ शहर के विद्युत ढांचा विकसित करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई इंटरग्रेटिड पावर डिवेलपमेंट स्कीम के तहत करीब तीन करोड़ 41 लाख रुपए के बजट का प्रावधान किया गया है। नालागढ़ शहर में पुराने विद्युत ढांचे को बदलकर इसके मॉडर्न रूप दिया जाएगा। जहां नए ट्रांसफार्मर लगेंगे, वहीं पुराने ट्रांसफार्मरों का आधुनिकीकरण किया जाएगा। 07 किलोमीटर एचटी लाइनों और 3.50 किलोमीटर एलटी लाइनें नई बिछाई जाएंगी, वहीं पांच किलोमीटर लाइनों की तारों की कैपेसिटी को बढ़ाया जाएगा। योजना की सबसे महत्त्वपूर्ण कड़ी सरकारी कार्यालयों में सोलर सिस्टम के तहत बिजली मुहैया करवाना है। सरकारी कार्यालयों में सोलर पैनल स्थापित होंगे, जिसके माध्यम से सरकारी कार्यालयों में बिजली आपूर्ति मुहैया होगी। इससे जहां सरकारी कार्यालयों में बिजली बिलों में कटौती होगी, वहीं विद्युत बोर्ड के तहत आने वाली बिजली में इजाफा होगा और शहर के लोगों की बिजली समस्या का पूरी तरह से समाधान होगा। इस बारे में विद्युत बोर्ड सोलन के अधीक्षण अभियंता धीरज मित्तल ने कहा कि नालागढ़ के लिए स्वीकृत करीब तीन करोड़ 41 लाख रुपए की इंटरग्रेटिड पावर डिवेलपमेंट स्कीम के विभाग द्वारा टेंडर कॉल कर लिए गए हैं और टेंडर अवार्ड होने के बाद इसका काम शुरू होगा।