निहत्थे वन कर्मी हर मोड़ पर बेबस

By: Feb 3rd, 2017 12:01 am

ऊना – जिला ऊना के निहत्थे वन कर्मी आए दिन कभी वन काटुओं तो कभी खूंखार जंगली जानवरों का शिकार बन रहे हैं, लेकिन अभी तक न ही विभाग न ही सरकार की ओर से उचित कदम नहीं उठाए गए हैं। एक तरह के विभाग और सरकार वन कर्मियों को सुरक्षा उपकरण मुहैया करवाने में नाकाम रहे हैं। इसके चलते वन कर्मियों को मजबूरी में ही निहत्थे होकर ही ड्यूटी देनी पड़ रही है। वन कर्मियों की ड्यूटी कहीं शहर में नहीं बल्कि जंगली क्षेत्रों में ही होती है। सरकार, विभाग भी इस बात से भलीभांति अवगत है। लगातार वन कर्मी इस तरह के हादसों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन सरकार, विभाग मूकदर्शक बना हुए है। ऊना के हरोली में वन काटुओं द्वारा वन विभाग की टीम पर जानलेवा हमला किया। साथ ही वन कर्मियों की गाड़ी की तोड़फोड़ की। कड़ी मशक्त के बाद वन कर्मी अपनी जान बचाकर यहां से निकल पाए थे। मौके से भागना वन कर्मियों की मजबूरी बना हुआ है। वहीं, ऊना के सोहारी क्षेत्र में भी तेंदुए रिहायशी मकान में घुस गया। यहां पर भी वन कर्मियों को बुलाया गया , लेकिन वन कर्मियों के पास न ही कोई हथियार और न ही ट्रंकलेजर गन थी। वन कर्मी यदि बिना हथियार के इस तरह की शिकायत या फिर सूचना मिलने पर मौके पर जाते हैं तो भी परेशानी ही होती है, लेकिन यदि नहीं जाएं तो उच्च अधिकारियों की लताड़ सुननी पड़ती है।  हालांकि हरोली में वन कर्मियों पर वन काटुओं द्वारा जानलेवा हमला करने के बाद प्रदेश सरकार की ओर से वन कर्मियों को हथियार और गाडि़यां मुहैया करवाने के बारे में घोषणा की गई थी,लेकिन यह घोषणा अब तक पूरी नहीं हो पाई है। यह घोषणा मात्र घोषणा ही बनकर रह गई है। साथ ही निहत्थे वन कर्मी एक बार फिर खूंखार तेंदुए का शिकार हुए हैं। ऊना के डीएफओ आरके डोगरा ने बताया कि इस बारे में उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया गया है। विभाग की ओर से नई टै्रंक्यूलाइजर गन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कर्मचारियों की अन्य समस्याओं के समाधान के भी प्रयास किए जा रहे हैं।


Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also,  Download our Android App