पचासी फीसदी घटे स्टेंट्स के रेट

केंद्र सरकार ने नई कीमतें तुरंत लागू करने के दिए निर्देश, हार्ट मरीजों को राहत

शिमला  —  हार्ट पेशेंट्स के इलाज में इस्तेमाल होने वाले कोरोनरी स्टेंट्स की कीमत सरकार ने 85 फीसदी घटा दी है। अब सभी वैरायटी के स्टेंट करीब 7000 से 31 हजार रुपए के बीच मिलेंगे। फिलहाल इनकी कीमत 45 हजार से 1.25 लाख रुपए तक थी। नई कीमत में वैट समेत तमाम दूसरे टैक्स शामिल हैं। केंद्र ने नई कीमतें फ ौरन लागू करने को कहा गया है। इस लिहाज से हिमाचल में भी मरीजों को केंद्र के इस फैसले से काफी राहत मिलेगी। बता दें कि हिमाचल में सालाना औसतन 650 मरीजों को स्टेंट डाले जाते हैं। प्रदेश में आईजीमएमसी में ही हार्ट स्टेंट डालने की सुविधा है। सूत्रों का कहना है कि स्टेंट डालने की पूरी प्रक्रिया पर करीब 60 से 65 हजार का खर्च आता है। वहीं आईजीएमसी के कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डा. राजीव भारद्वाज के मुताबिक आईजीएमसी में मरीजोें को यह सुविधा दी जा रही है। चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक हृदय रोगी के इलाज में इस्तेमाल होने वाले सभी वैरायटी के स्टेंट करीब सात हजार से 31 हजार रुपए के बीच मिलेंगे। हार्ट स्पेशलिस्ट डा. अनुज सारडा के मुताबिक कोरोनरी स्टेंट एक ट्यूब जैसी डिवाइस होती है, जिसे ब्लॉकेज होने पर आर्टरी में लगाया जाता है, ताकि हार्ट को पूरी तरह खून की सप्लाई मिलती रहे। वहीं दूसरा बेयर मेटल स्टेंट नॉर्मल स्टेंट होता है। खास तरह के ड्रग एल्यूटिंग स्टेंट पर मेडिसिन लगी होती है, इसलिए इसकी कीमत थोड़ी ज्यादा होती है। स्टेंट को हार्ट ब्लॉकेज दूर करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। उधर, आईजीएमसी में स्टेंट डालने को लेकर कुछ समय पहले विवाद भी हो चुका है। विवाद एक्सपायरी स्टेंट डालने को लेकर हुआ था। मामला कोर्ट तक जा पहुंचा था।

राजनेता दूसरे राज्यों में करवाते हैं इलाज

आईजीएमसी में स्टेंट डालने की सुविधा है। प्रदेश के मंत्रियों से लेकर विधायकों तक सभी स्टेंट डालने के लिए दूसरे राज्यों को ही तरजीह देते हैं। चिकित्सकों का कहना है कि आईजीएमसी में स्टेंट दूसरे राज्य के मुकाबले काफी सस्ता है। आईजीएमसी में स्टेंट की कीमत 25 हजार तक बताई जा रही है। पूरी प्रक्रिया पर 60 से 65 हजार का खर्च आता है।