बाजार में बहार बरकरार

बजट इफेक्ट : सेंसेक्स-निफ्टी चार महीने के उच्चतम स्तर पर

अक्तूबर के बाद के उच्चतम स्तर 28226.61 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी सूचकांक 0.20 फीसदी यानी 17.85 अंक की बढ़त के साथ पांच अक्तूबर 2016 के बाद के उच्चतम स्तर 8734.25 अंक पर पहुंच गया। जनवरी में भी वाहनों की बिक्री कमजोर बने रहने से ऑटो कंपनियों पर दबाव रहा। वहीं, अमरीका में ग्रीनकार्ड धारकों को आव्रजन में राहत दिए जाने से दवा तथा आईटी एवं टेक क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में लिवाली का जोर रहा। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा 3.31 प्रतिशत का मुनाफा डा. रेड्डीज लैब ने कमाया। सबसे ज्यादा 2.49 प्रतिशत की गिरावट महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में देखी गई। सेंसेक्स में नुकसान उठाने वाली शीर्ष चार कंपनियां ऑटो क्षेत्र की रहीं। बीएसई के 20 में से 15 समूह हरे निशान में रहे। मझौली तथा छोटी कंपनियों में करीब एक फीसदी की तेजी देखी गई। बीएसई का मिडकैप 0.92 प्रतिशत तथा स्मॉलकैप 0.96 प्रतिशत चढ़कर क्रमशः 12205.36 अंक और 12278.62 अंक पर पहुंच गया। बीएसई में कुल 2934 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1582 हरे निशान में और 1222 लाल निशान में बंद हुए, जबकि 130 के शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ।