बीबीएन के नदी-नालों पर बनेंगे चैक डैम

नालागढ़ —  औद्योगिक नगरी बीबीएन में भूमिगत जलस्तर को बढ़ाने के लिए आईपीएच विभाग वॉटर हार्वेस्टिंग स्कीम के तहत दस चैक डैम बनेंगे। आईपीएच विभाग नालागढ़ द्वारा तैयार डीपीआर के तहत 5.07 करोड़ रुपए की योजना के तहत प्रशासनिक स्वीकृति मिलने के उपरांत अब विभाग अब इसकी तकनीकी स्वीकृति के लिए वर्किंग एस्टीमेट बना रहा है, जिसकी मंजूरी मिलते ही इन चैक डैम निर्माण का कार्य आरंभ होगा। नालागढ़ क्षेत्र के नदी-नालों पर बाकायदा जगह तलाश ली गई है और चयनित दस स्थलों बघेरी, नग्गर, जोघों, कुंडलू, मियांपुर, पल्ली, आदुवाल, कंगनवाल, सिलणु पुल के समीप चिकनी खड्ड, गेलू सौड़ी में यह चैकडैम बनाए जाएंगे। इन चैक डैम के बनने से जहां भूमिगत जलस्तर को मेंनटेंन किया जाएगा, वहीं बाढ़ जैसी स्थिति में होने वाले नुकसान से भी बचाव होगा। जानकारी के अनुसार नालागढ़ उपमंडल के नदी-नालों पर आईपीएच विभाग दस चैक डैम का निर्माण कर रहा है, ताकि भूमिगत जल का स्तर बना रहे और लोगों को पानी की दिक्कतों से न जूझना पड़े, वहीं यह चैक डैम बाढ़ जैसी आपदा की स्थिति को रोकने में भी कामयाब रहेगी। इसके लिए विभाग द्वारा भेजी गई डीपीआर के तहत धनराशि स्वीकृत हो गई है। यहां बता दें कि क्षेत्र में हो रहे अवैध खनन से भी भूमिगत जल स्तर काफी नीचे गिर गया है, जिसका हिमपरिवेश पर्यावरण संरक्षण संस्था ने कई बार मुद्दा उठाया है। यहां वर्णनीय है कि बरसात के दिनों में क्षेत्र की नदियों चिकनी व सरसा का जलस्तर बढ़ जाता है और वर्ष 2007 की बरसात में चिकनी नदी पर बना पुल पानी के बहाव में बह गया था, जो अब जाकर बन गया है। बताते है कि यह चैक डैम जहां पानी को रोकेंगे और बाढ़ जैसी स्थिति से बचाव होगा, वहीं क्षेत्र का भूमिगत जल का स्तर भी बरकरार बना रहेगा, जिससे लोगों को पानी की किल्लत से नहीं जूझना पड़ेगा। आईपीएच नालागढ़ के एक्सईएन विजय ढटवालिया ने कहा कि विभाग द्वारा 5.07 करोड़ रुपए नाबार्ड से धन और प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है और विभाग अब तकनीकी स्वीकृति के लिए इसका वर्किंग एस्टीमेट बना रहा है, ताकि योजना पर जल्द कार्य हो सके।