यमुना-बाता नदी पर पुल बनाने की मांग

पांवटा साहिब    —  मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ गत दिन हुई विधायकों की प्राथमिकता बैठक में पांवटा साहिब के विधायक ने यमुना और बाता नदी पर लंबित पुल को जल्द बनाने की मांग रखी है। इससे यहां पर उत्तराखंड को जोड़ने वाले बड़े पुल सिंघपुरा से विकासनगर समेत दो स्थानीय नदियों पर बनने वाले पुलों के जल्द निर्माण की संभावना बन गई है। जानकारी के मुताबिक विधायक प्राथमिकता बैठक में पांवटा के विधायक चौधरी किरनेश जंग ने लंबित पड़े तीन पुलों जिनमें यमुना नदी पर देहरादून व पांवटा को जोड़ने वाला पुल, बाता नदी पर बनने वाला पुल व तप्पड़ पर आम लोगों की सुविधा के लिए बनने वाले पुल की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का आग्रह किया। इस पुल का सर्वे काफी पहले हो चुका है। अब इसकी परियोजना रिपोर्ट तैयार की जानी है। इसके अलावा विधायक ने ग्रामीण क्षेत्रों की कुछ महत्त्वपूर्ण सड़कों को स्तरोन्नत्त करने के लिए भी सुझाव दिए तथा इनकी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया। बैठक से लौटने के बाद उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य पांवटा विस की जनता की हर समस्या को हल करना है। पुलों के निर्माण के बाद पांवटा की जनता की काफी समस्या दूर हो जाएगी। यमुना नदी पर बनने वाले पुल के बाद उत्तराखंड जाने वाले गिरिपार क्षेत्र के लोगों को पांवटा का रूख नहीं करना पड़ेगा। इससे उनका दोनों तरफ का सैकड़ों किलोमीटर का सफर बचेगा। इसी तरह बाता नदी पर पुल बनने के बाद भी क्षेत्र की कई पंचायतों को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि कई सड़कों की परियोजना रिपोर्ट भी उन्होंने तैयार करवाने का आग्रह किया है

पांवटा बस अड्डे की भी होगी मरम्मत

बैठक में विधायक चौधरी किरनेश जंग ने पावंटा साहिब स्थित बस स्टैंड की दुर्दशा का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि बस अड्डे की मरम्मत के लिए 80 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं, लेकिन उससे रखरखाव को सुनिश्चित नहीं किया जा रहा है। इस मांग पर मुख्यमंत्री ने बस स्टैंड के जीर्णोंद्वार व मरम्मत करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी दिए और बस स्टैंड के शेष बचे कार्य के लिए नई निविदाएं आमंत्रित करने के भी निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने वन विभाग को पांवटा अस्पताल के नजदीक भूमि को खाली करने के भी निर्देश दिए।