शलवाड़ में आपस में उलझे देवलु

बालीचौकी —  सराजघाटी के सबसे बड़े देवताओं में शुमार विष्णु मतलोड़ा को अंतरराष्ट्रीय मंडी शिवरात्रि में ले जाने को लेकर देवलुओं में आपस में ही विवाद उत्पन्न हो गया है। मंगलवार को देवता ने मंडी के लिए प्रस्थान करना था, लेकिन बालीचौकी के शलवाड़ गांव में दो पक्षों से संबंधित देवलु आपस में ही उलझ पडे़। दोनों पक्षों में खूब हंगामा व धक्कामुक्की भी हुई। बड़ी मुशिकल से कुछ लोगों ने व पुलिस ने हस्तक्षेप करते हुए मामला शांत करवाया। इस विवाद के चलते तहसीलदार बालीचौकी अनिल कुमार व औट थाना प्रभारी लाल सिंह को भी अपनी टीम के साथ शलवाड़ में पहुंचना पड़ा। पुलिस को लोगों को मौके से हटाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। जानकारी के अनुसार सराज घाटी के सबसे बड़े देवताओं में शुमार देव मतलोड़ा को इस बार सेरीबागी हार से शिवरात्रि के लिए ले जाया जा रहा है, लेकिन उक्त हार में कारदारी के विवाद के चलते दोनों गुट देवरथ को अपने-अपने हिसाब से शिवरात्रि ले जाने की जिद पर अड़े हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मंगलवार को जब एक गुट देवरथ को ले जाने के लिए शलवाड़ गांव पहुंचा तो कुछ ही देर बाद दूसरे गुट के लोग पुलिस और प्रशासन के साथ आ गए व इसी दौरान किसी बात को लेकर दोनों पक्ष आपस में उलझ पड़े व देवता के रथ को ले जाने की धमकी देने लगे। मौके की नजाकत को देखते हुए स्थानीय गांव के लोगों ने देवता के रथ को कमरे से बाहर ही नहीं निकाला। वहीं अब विवाद के चलते सराज घाटी के इस प्रमुख देवता के शिवरात्रि उत्सव में शामिल होने पर कई तरह के कयास लगाए जा रहे है। देव मतलोड़ा की सेरीबागी हार के कारदार ने बताया कि जो भी हुआ व दुर्भाग्यपूर्ण है और इस पूरे विवाद को लेकर बुधवार को देवता के तमाम सात हार के पदाधिकारियों की बैठक शलवाड़ में बुलाई गई है। उधर, राघव शर्मा एसडीएम गोहर ने बताया कि दोनों पक्षों में कारदारी को लेकर विवाद हुआ है।