सेवा क्षेत्र में लगातार तीसरे महीने गिरावट
मुंबई — देश का सेवा क्षेत्र नोटबंदी के दबाव में लगातार तीसरे महीने गिरावट में रहा। हालांकि जनवरी में इसकी गिरावट कुछ कम रही। निक्केई द्वारा शुक्रवार को जारी सेवा कारोबार गतिविधि सूचकांक 48.7 दर्ज किया गया। सूचकांक का 50 से नीचे रहना गतिविधियों में हृस तथा इसे ऊपर रहना तेजी दर्शाता है, जबकि 50 का स्तर स्थिरता का द्योतक है। इससे पहले नोटबंदी के बाद पिछले साल नवंबर में सूचकांक 46.7 तथा दिसंबर में 46.8 दर्ज किया गया था। निक्केई की रिपोर्ट में कहा गया है कि नए ऑर्डरों में कमी तो आई है, लेकिन यह दिसंबर जितनी नहीं रही। नौकरियों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई, जबकि बैकलॉग काम लगातार आठवें महीने बढ़ा है। लागत में मुद्रास्फीति दिसंबर की तुलना में कम रही। औसत विक्रय मूल्य में एक बार फिर गिरावट देखी गई। रिपोर्ट तैयार करने वाली आईएचएस मार्केट की अर्थशास्त्री पॉलियाना डी लीमा ने आंकड़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि वर्ष, 2017 के पहले महीने में भी भारत का महत्त्वपूर्ण सेवा क्षेत्र गिरावट में रहा। नए आर्डर तथा गतिविधियों दोनों में लगातार तीसरे महीने कमी देखी गई। हालांकि, निकट भविष्य में सुधार की उम्मीद है। इससे पहले पहली फरवरी को जारी रिपोर्ट के अनुसार विनिर्माण क्षेत्र जनवरी में पटरी पर लौट आया था। नए आर्डर तथा उत्पादन दोनों में बढ़ोतरी से इसका पर्चेजिंग मैनेजर्स सूचकांक दिसंबर के 49.6 से बढ़कर जनवरी में 50.4 पर पहुंच गया। विनिर्माण और सेवा क्षेत्र का संयुक्त सूचकांक दिसंबर के 47.6 से बढ़कर जनवरी में 49.4 दर्ज किया गया। हालांकि, यह अभी भी गिरावट में बना हुआ है।
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