हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजा नाहरी

कसौली – कलियुग जंत्र-तंत्र छू मंत्र महादेव मंदिर नाहरी में पिछले दस दिनों से विश्व कल्याण हेतु क्षेत्रवासियों के सहयोग से चल रहे शिवमहापुराण का विधिवत रूप से समापन हो गया। कथा से पहले हवन आहुति का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्रवासियों ने पूर्णाहुति डाली। कथा के अंतिम दिन के प्रवचनों में आचार्य सतीश पराशर ने कहा कि शिव बहुत ही दयालु हैं और थोड़ी सी पूजा से ही प्रसन्न हो जाते हैं। उन्होंने शिव कि महिमा का गुणगान किया और श्रद्धालुओं से शिव की उपासना करने का महात्म्य भी बतलाया। शिवपुराण के समापन के बाद दर्जनों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में व्यास महाराज को हर-हर महादेव के उद्घोषों के साथ विदा किया गया। इससे पहले मंदिर में बाबा मोहन गिरि की अध्यक्षता में शिवरात्रि पर्व को लेकर विशेष पूजा-अर्चना की गई। दोपहर बाद शुरू हुए विशाल लंगर में शिवपुराण सुनने आए श्रद्धालुओं ने खीर-पूड़े, दाल-चावल का जबकि व्रतधारियों ने विशेष खीर व आलुओं का फलाहार बरताया गया।