इंजीनियरिंग में अब उद्योगों की पढ़ाई

हमीरपुर – टैक्सास फॉरेन यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर उद्योगों पर आधारित पाठ्यक्रम शुरू करेगा। इस साल के शैक्षणिक सत्र में इंजीनियरिंग कालेजों में यह सिलेबस आरंभ हो जाएगा। उद्योगों पर आधारित पाठ्यक्रम लागू करने के लिए एचपीटीयू के अमरीकी यूनिवर्सिटी से हुए समझौते के फैसले पर मुहर लग गई है। अमरीकी विश्वविद्यालय के साथ हुए इस एमओयू को अकादमिक काउंसिल से पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है। इसके लिए टैक्सास यूनिवर्सिटी ने स्पाइंस कंसल्टेटिंग को अधिकृत किया है। तकनीकी विश्वविद्यालय के अकादमिक काउंसिल में पारित हुए इस फैसले के बाद अब इलेक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन के इंजीनियरिंग छात्रों को उद्योगों पर आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। इसके लिए राज्य के सभी 45 कालेजों के फैकल्टी को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। पहले चरण में तकनीकी विश्वविद्यालय इलेक्ट्रॉनिक्स कम्युनिकेशन के कोर्स में ही उद्योगों पर आधारित पाठ्यक्रम आरंभ कर रहा है। तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में रिसर्च सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव भी पारित हुआ है। इसके तहत इंजीनियरिंग, फार्मेसी तथा मैनेजमेंट में पीएचडी का प्रावधान किया जाएगा। पारित फैसलों में इंजीनियरिंग के छात्रों को आगामी शैक्षणिक सत्र में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम नया पाठ्यक्रम लागू होगा। अभी तक इंजीनियरिंग के पहले दो सेमेस्टर में ही यह पाठ्यक्रम लागू हुआ है।

हर सेमेस्टर के लिए नया सिलेबस

तकनीकी विश्वविद्यालय ने बीटेक, फार्मेसी तथा एमसीए सहित सभी इंजीनियरिंग छात्रों के लिए नया पाठ्यक्रम तैयार कर दिया है। पारित हुए फैसले के अनुसार नया पाठ्यक्रम सभी आठों सेमेस्टर के छात्रों को लागू करने का प्रस्ताव है। इसमें इंडस्ट्री पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। इस नए पाठ्यक्रम के आधार पर इंजीनियरिंग छात्रों को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर मिलेंगे। प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेज से बीटेक करने के बाद छात्रों को उद्योगों में सीधी नौकरी के द्वार खुलेंगे।