ओलंपिक के झंडे में कितने रिंग होते हैं

इन पुराने खेलों की परंपरा में आधुनिक खेलों को जन्म देने का श्रेय फ्रांस के शिक्षाशास्त्री ‘पियरे द कूबर्तिन’ को जाता है। आज चार तरीके के ओलंपिक खेल होते हैं। एक गर्मियों के ओलंपिक, दूसरे सर्दियों के ओलंपिक, एक पैरालंपिक, यानी शारीरिक रूप से विकल खिलाडि़यों के ओलंपिक और एक यूथ ओलंपिक। ओलंपिक खेलों का सूत्र वाक्य है सिटियस, एल्टियस, फोर्टियस। इन लैटिन शब्दों का अंग्रेजी में अर्थ है फास्टर, हायर एंड स्ट्रांगर यानी तीव्रतर, उच्चतर और दृढ़तर। मतलब नई से नई सीमाएं पार करो। ओलंपिक खेलों का प्रतीक चिह्न है पांच रंगों के पांच वृत्त, जो एक-दूसरे से जुड़े हैं। सफेद पृष्ठभूमि पर नीले, पीले, काले, हरे और लाल रंग के पांच वृत्त दुनिया के पांच महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व भी करते हैं। इन वृत्तों की रचना स्वयं कूर्बतिन ने 1912 में की थी, पर इन्हें आधिकारिक रूप से ओलंपिक चिह्न बनाने में समय लगा और पहली बार 1920 के एंटवर्प खेलों में इन्हें ओलंपिक ध्वज में जगह मिली। इस झंडे को आज भी एंटवर्प फ्लैग कहा जाता है।