गधों के जिक्र पर सदन में खूब हो-हल्ला, देर तक शोर-शराबा

शिमला— राज्यपाल के अभिभाषण पर हुई चर्चा के बीच विधायक आशा कुमारी ने जब गधों का जिक्र किया तो विपक्ष आग बबूला हो गया। विपक्ष की तरफ से इसे लेकर खूब हो-हल्ला भी किया गया। जब विवाद बढ़ने लगा तो विधानसभा अध्यक्ष बीबीएल बुटेल को हस्तक्षेप करना पड़ा। आशा कुमारी ने कहा कि कांग्रेस ने महापुरुषों से सीख ली, गधों से नहीं। इस पर विपक्ष की ओर से विधायक महेंद्र सिंह ने कहा कि 11 मार्च का इंतजार करें। विधायक आशा कुमारी ने विधानसभा में तीखे तेवर दिखाते हुए नए सदस्यों को जहां सदन की गरिमा का पालने करने को लेकर नैतिकता का पाठ पढ़ाया, वहीं राजनेताओं के बच्चों का जिक्र करने पर भी सदस्यों को आड़े हाथ लिया। भाजपा विधायक इसे लेकर हो-हल्ला करने लगे और उन्होंने यहां तक कह दिया कि नए सदस्यों को डराया जा रहा है। इस मामले को लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष के बीच काफी देर तक शोर-शराबा भी हुआ। विधायक सुरेश भारद्वाज ने कहा कि नाम लेकर कहना कि कोई जूनियर है, यह शोभा नहीं देता। प्रो. धूमल ने कहा कि जब सदस्य बोलता है, वह अध्यक्ष की अनुमति से ही बोलता है। आशा कुमारी ने कहा कि उन्होंने जूनियर-सीनियर की बात नहीं की। उन्होंने यह भी कहा कि यदि उनके मन में भी ऐसी बात होती तो वह विधायक रामकुमार के बाद बोलने नहीं उठतीं। उन्होंने सदस्यों से कहा कि उन्हें बच्चों को चर्चा में नहीं लाना चाहिए। अपने बच्चों पर कटाक्ष क्यों करते हो। यदि बच्चे एमपी, एमएलए बनने लायक होंगे तो वे बनेंगे। उन्होंने सदस्यों से कहा कि सदन में सकारात्मक चर्चा होनी चाहिए। आशा कुमारी ने नशे के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए कहा कि पंजाब में चिट्टा कौन सप्लाई कर रहा है। वहां चिट्टा सप्लाई करने वाली सरकार के साथ भाजपा चिपकी हुई है। चिट्टा हिमाचल का नहीं है। उन्होंने सीएम और विधि मंत्री से कहा कि पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में जिस अधिकारी ने यह शपथ पत्र दिया है कि नशे की सप्लाई हिमाचल से हो रही है, वह शपथ पत्र मंगवाया जाए और वहां सरकार की तरफ  से शपथ पत्र दायर किया जाए कि यह हिमाचल को बदनाम करने की साजिश है।

दूसरी राजधानी पर रवैया बताएं

आशा कुमारी ने धर्मशाला को दूसरी राजधानी बनाने की राज्य सरकार की घोषणा पर विपक्ष को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि राजधानी को लेकर उनका क्या रवैया है, बताया जाए। क्योंकि रविंद्र रवि ने ही इसका स्वागत किया और वह भी किंतु-परंतु लगाकर, मगर बाकी अन्य विधायक अपना स्टैंड स्पष्ट नहीं कर सके।

कर्ज से कैसे निपटेंगे

विधायक वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश 40 हजार करोड़ के कर्ज तले दब चुका है। इससे कैसे निपटा जाएगा, इस पर सरकार गंभीर नहीं दिखती। कुटलैहड़ की जनता को स्वास्थ्य सेवाएं चाहिएं।

करसोग में अथाह विकास

विधायक मनसा राम ने कहा कि करसोग में अभूतपूर्व विकास हुआ है और कांग्रेस सरकार में यहां गांव-गांव तक सड़कों का जाल बिछा दिया गया है। मुख्यमंत्री ने प्रदेश में समग्र विकास किया है।

एचआरटीसी घोटालों का निगम

विधायक नरेंद्र ठाकुर ने कृषि और बागबानी को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण लोग कृषि और बागबानी छोड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि एचआरटीसी घोटालों का निगम बन गया है और कंडक्टर भर्ती में भ्रष्टचार हो रहा है।