चाहे पानी चाहे दारू पीयो

कुल्लू – जिला कुल्लू के नेचर पार्क माहौल में साहित्य एवं कला परिषद कुल्लू ने हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में अनेक कवियों ने अपनी हास्य कविता के साथ खूब लोट-पोट किया। सम्मेलन की अध्यक्षता ऑथर्ज गिल्ड के अध्यक्ष जयदेव विद्रोही ने की। सम्मेलन का आगाज वरिष्ठ गायिका सरला चंबयाल ने कुल्लवी गीत बिगड़ी ऐसा दुनिया रा केरा सुधार आदि गीत प्रस्तुत किया गया। सुमन सिक्का ने ढोलक पे ताल कर श्रोताओं को हंसते-हंसते लोटपोट किया। शिव सिंह पाल ने जीवन के आर्दश को बताते हुए कहा कांटों में भी खिलता रहूं औरों के काम आत रहूं, इंदू भारद्वाज ने जीवन के गर्ग का उल्लेख करते हुए कहा कि किस्मत ने हमें हर दम रंजो आलम दिए। डा. सूरत ठाकुर ने कहा कि जीवन में जीयो तो हंस के जीयो, चाहे पानी चाहे दारू पीयो, दुर्गा प्रसाद राव ने गाकर सुनाया महफिल सजती रही इस होली, हर खुशियां मिले सब की झोली में। जयदेव विद्रोही ने हास्य कविता सुनाते हुए कहा कि शेखचिल्ली के आकाश पर कालौनी बना ली मैने। वहीं, कुमुद शर्मा ने कहा कि रंग-बिरंगे होली के भाईचारा बढ़ाना है। इन्होंने होली पर गीत भी सुनाया। पुनीत पटिायल ने कहा मां मैं तेरा कर्ज चुकाउंगा। इस अवसर पर हिमाचल खादी मंडल के अध्यख हीरा लाल ठाकुर, एसएल ठाकुर आदि मौजूद रहे। मंच संचालन संस्था के महासचिव दीपक कुल्लवी ने किया।