जल्द मांगें न मानी तो उग्र होगा आंदोलन

रामपुर बुशहर – प्रभावित परिवार वाहन समिति बायल ने 412 मेगावाट रामपुर परियोजना प्रबंधन के खिलाफ दूसरे दिन भी परियोजना कार्यायल के बाहर प्रदर्शन जारी रखा। समिति ने दो टूक शब्दों में कहा है कि यदि उनकी मांगों को जल्द पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। समिति ने परियोजना प्रबंधन से मांग की है कि परियोजना से जुड़े विभिन्न वाहनों का मासिक भाड़ा बढ़ाया जाए। वहीं वाहन मालिकों से प्रतिदिन आठ घंटे ड्यूटी ली जाए, ताकि उनका शोषण न हो। समिति ने परियोजना प्रबंधन को चेतावनी पत्र सौंपते हुए कहा कि यदि दो-तीन दिनों में उनकी जायज मांगों को नही माना गया, तो समिति बड़े वाहनों का चलना भी बंद कर देगी, जिसकी जिम्मेदारी परियोजना प्रबंधन की होगी। समिति अध्यक्ष लक्ष्मण वर्मा ने कहा है कि पिछले कई वर्षों से टैक्सी का किराया नहीं बढ़ाया गया है। ऐसे में वाहन मालिकों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को परियोजना प्रबंधन के समक्ष कई बार उठाया गया है, बावजूद इसके परियोजना प्रबंधन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। वाहन मालिकों को पिछले कई साल से टैक्सी का भाड़ा 20 हजार रुपए और टैम्पो ट्रेवलर का भाड़ा 28 हजार रुपए दिया जा रहा है। समिति इस भाड़े को बढ़ा कर 35 हजार और 45 हजार रुपए प्रतिमाह करने की मांग कर रही है। प्रतिमाह वाहन मालिकों को दस फीसदी काटी गई राशि की अदायगी पूरे ब्याज के साथ दें। वहीं गाड़ी के रखरखाव के लिए महीने में एक दिन का अवकाश दिया जाए और अनुबंध हिंदी में भी बनाया जाए। सरकारी अवकाश के दिन वाहनों की ड्यूटी लगाने पर ओवरटाइम दिया जाए। इस अवसर पर प्रेस सचिव किशोरी लाल, उपाध्यक्ष रोशन लाल, मनोहर वर्मा, मोहन लाल के अलावा अन्य वाहन मालिक मौजूद रहे।