नए बीएड कालेज भूल जाएं मान्यता

By: Mar 29th, 2017 12:15 am

newsशिमला   —  सत्र 2018-19 से एनसीटीई द्वारा किसी भी नए बीएड संस्थान को मान्यता देने से इनकार कर दिया गया है। एनसीटीई ने मान्यता न देने का फैसला बिना नियमों को पूरा कर खोले जा रहे टीचर ट्रेनिंग संस्थानों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया है। जहां एक ओर एनसीटीई ने नए संस्थानों को मान्यता देने से इनकार किया है। वहीं वर्तमान समय में जो कालेज चल रहे हैं, उनके नियमों की जांच करने के निर्देश भी रीजनल कमेटी को दिए हैं। एनसीटीई ने साफ शब्दों में कहा है कि जो भी बीएड संस्थान नए टीचर ट्रेनिंग कोर्स के लिए आवेदन करते हैं, उन्हें वे कोर्स चलाने की मान्यता तब तक नहीं मिलेगी, जब तक वे एनसीटीई के नियम पूरा नहीं करते। इससे पहले भी वर्ष 2016 में एनसीटीई में नए बीएड कालेज खोलने को लेकर इनकार कर चुका है। अब यह दूसरा झटका प्रदेश के निजी बीएड कालेजों के लिए एनसीटीई ने दिया है। प्रदेश में वर्तमान समय में भी आधे से अधिक निजी बीएड कालेज ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक एनसीटीई की ओर से आवश्यक किए गए ऑनलाइन एफेडेविट ही एनसीटीई को नहीं भेजे हैं। ऐसे में अब सत्र 2017-18 में इन कालेजों को बीएड सीटों को भरने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। विश्वविद्यालय की ओर से इन कालेजों में तय सीटों पर छात्रों को प्रवेश देने से पहले एफेडेविट पर दी गई जानकारी की जांच करना अनिवार्य होगा। ऐसे में जब कालेजों ने एनसीटीई को ही यह जानकारी मुहैया नहीं करवाई है, तो यह कालेज नियमों को पूरा कर पा रहे हैं या नहीं इसकी जांच विवि को करनी होगी। जानकारी के अनुसार एनसीटीई ने नियमों में स्पष्ट किया है कि जिन कालेजों के पास अपना भवन है, कोर्स चलाने के लिए पर्याप्त शिक्षक हैं। वित्तीय संसाधन के साथ पुस्तकालय, लैब की सुविधा के साथ अन्य सुविधाएं हैं, उनकी सही जांच के बाद ही रीजनल कमेटी कालेजों को मान्यता प्रदान करेगी।

73 कालेजों में घटीं 1500 सीटें

एनसीटीई द्वारा मान्यता प्रवेश को लेकर नियमों को कड़ा करने के बाद से वर्ष 2016-17 में ही प्रदेश के निजी कालेजों ने नियम पूरा न होने पर सीटों में कटौती की थी। बीते सत्र प्रदेश में 73 निजी बीएड कालेजों में से 1500 सीटें घटाई गई हैं।

एचपीयू में सेमिनार आज से

शिमला — एचपीयू का सेंटर फॉर कामेडियन स्टडीज और मॉडर्न यूरोपीयन फॉरेन लैंग्वेज विभाग 29 से 31 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित करेगा। यह सेमिनार इंडियन टीचर ऑफ फ्रेंच एसोसिएशन और इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर क्यूबिकियन स्टडी सहित शास्त्री इंडो कैनेडियन इंस्टीच्यूट के संयुक्त तत्त्वावधान में हो रहा है। विश्वविद्यालय विदेशी भाषा विभाग की निदेशक डा. शक्ति कपूर ने कहा कि इस सेमिनार में 20 अंतरराष्ट्रीय प्रतिभागी सात देशों से और 80 भारतीय प्रतिभागी 15 राज्यों से भाग लेंगे।


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