नगर परिषद बद्दी का सालाना बजट सत्र हंगामेदार

बद्दी —  नगर परिषद बद्दी का सालाना बजट सत्र हंगामेदार रहा। नप क्षेत्र में विकास के मसले को लेकर नगर परिषद के अध्यक्ष व विपक्षी पार्षदों में जमकर तू-तू, मैं-मैं हुई। नप अध्यक्ष मदन चौधरी पर विरोधी पाषदों ने आरोप जड़ा कि शहर में सिर्फ कागजों में ही विकास हो रहा है और धरातल पर लोगों को गुमराह किया जा रहा है। विपक्षी पार्षद संदीप सचदेवा ने पत्रकारों कों संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि शहर में सिर्फ कुछ वार्डों में ही विकास कार्य हो रहे हैं। चहेतों को टेंडर देकर उपकृत किया जा रहा है और पारदर्शिता नाम की कोई चीज नहीं रह गई है। पार्षद एडवोकेट संदीप सचदेवा, निर्मला ठाकुर, माया चौधरी व सुषमा कुंडलस ने कहा कि हम एक साल से नप कार्यवाही की प्रोसिडिंग की कॉपी मांग रहे हैं, लेकिन उसको न देकर यहां लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। अगर नप अपनी कार्यवाही की कॉपी ही नहीं दे सकती है तो हमारे अधिकारों का हाउस में क्या मतलब रह जाता है। वार्ड पांच के पार्षद संदीप ने जब शहर के पॉश वार्ड नंबर नौ के खस्ता हालत का मुद्दों उठाया तो नप प्रधान ने कहा कि नप नौ की समस्याओं का मुद्दा उठाने वाले आप कौन होते हैं और आप अपने वार्ड तक सीमित रहिए। इस पर पार्षद संदीप ने कहा कि मेरे पास वार्ड नौ के लोगों ने लिखित में समस्याओं का जखीरा सौंपा है और मैं स्वयं का वहां का स्थायी निवासी हूं तो विकास की बात अवश्य करूंगा। उन्होंने कहा कि हाउस के कुछ लोग ग्राम पंचायत संडोली के स्थायी निवासी हैं तो उनका सदन में क्या काम है। ऐसे अनेक मुद्दों पर मदन चौधरी व संदीप में तकरारबाजी होती रही। विपक्षी पार्षदों ने नप अध्यक्ष व अधिकारियों पर आरोप जड़ा कि अपनी मनमर्जी व तानाशाही से काम हो रहा है, जिसका संपूर्ण ब्यौरा हम आरटीआई में ले रहे हैं। वहीं नप अध्यक्ष ने कहा कि संपूर्ण वार्डों में समान विकास हो रहा है और भेदभाव के आरोप निराधार है। उन्होंने कहा कि नप कार्यों में पारदर्शिता बरती जा रही है और विपक्षी भाजपा समर्थित पार्षदों के पास कोई मुद्दा नहीं है और वे बिना वजह बयानबाजी कर रहे हैं।