सरकार देती है 50 फीसदी अनुदान, एक हेक्टेयर में उन्नत प्रजाति के 500 पौधे लगाने को दें तरजीह
पतलीकूहल— सरकार सेब पुनर्जीवन योजना के तहत 50 फिसदी अनुदान दे रही है। प्रदेश में जिन सेब के बागीचों में बागबानों को लगता है कि उनके सेब के पौधे बीमारी के कारण जीर्ण-शीर्ण हो चुके हैं, उनके स्थान पर बागबान नए पौधे लगाने के लिए इस योजना का लाभ ले सकते हैं। सरकार योजना के तहत एक हेक्टेयर में लगे 250 पौधों को उखाड़ने के लिए प्रति पौधा 157.50 रुपए तथा नए 500 पौधों को लगाने के लिए प्रति पौधा 90 रुपए अनुदान दे रही है, जिसकी राशि 84375 रुपए बनती है। कुल्लू में तैनात बागबानी उपनिदेशक डा. आरएल शर्मा ने बताया कि प्रदेश के बागबानों को इस योजना का भरपूर लाभ लेना चाहिए और पुराने बागान को पुनर्जीवन योजना के तहत उन्नतशील प्रजाति के पौधों जो रूट स्टॉक व सीडलिंग के रूप में एम-नौ, एम-111, एम 126 तथा और इसी प्रकार की उन्नतशील प्रजातियां हैं, जिन्हें एक हेक्टयर में पुराने 250 पौधों के स्थान पर 500 पौधों को लगाया जा सकता है, जो चार-पांच साल में फल देने लगते हैं। उपनिदेशक ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बागबानों को पुराने व बूढ़े पौधों के स्थान पर नए व उन्नतशील पौधे लगाकर कम समय में इससे फल प्राप्त कर सकते हैं। डा. आरएल शर्मा ने बताया कि सरकार इस योजना में 50 फीसदी अनुदान दे रही है।