प्रदेश में पेपर सिर पर, उड़नदस्ते तैयार नहीं

फ्लाइंग टीमों के गठन को शिक्षा विभाग ने उप कार्यालयों को अभी तक जारी नहीं की गाइडलाइन

ऊना —  नकल रोकने के लिए जहां एक तरफ शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में सीसीटीवी कैमरा लगवाए जा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ विभाग ने फ्लाइंग टीमों के गठन को लेकर कोई भी गाइडलाइन अभी तक शिक्षा उपकार्यालय को जारी नही की है। इसके चलते शिक्षा उपनिदेशक ने अपने स्तर पर अभी तक किसी भी फ्लाइंग स्क्वायड टीम का गठन नहीं किया है। शिक्षा विभाग के अधिकारी भी अभी तक बोर्ड द्वारा इस बारे में कोई भी सूचना न मिलने के चलते असमजंस की स्थिति में हैं। बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होने में एक दिन ही शेष बचा है, लेकिन अभी तक विभाग फ्लाइंग टीम का गठन तक नही कर पाया है। फ्लाइंग टीम का गठन न होने से शिक्षा विभाग की ढुलमुल कार्यप्रणाली भी सबके सामने आई है। एक ओर तो विभाग हाईटेक तकनीक द्वारा सीसीटीवी कैमरा लगाकर नकल रोकने की कोशिश कर रहा है, वहीं अभी तक भी शिक्षा विभाग द्वारा फ्लाइंग टीम का गठन न होना आश्चर्यजनक है। बोर्ड की परीक्षाएं तीन मार्च से शुरू होने जा रही हैं। ऐसे में अभी तक भी शिक्षा विभाग द्वारा फ्लाइंग टीमों का गठन नहीं किया गया है। शिक्षा विभाग के अनुसार जिला भर में बोर्ड की परीक्षाएं करवाने के लिए करीब 200 परीक्षा केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें जिला भर से सरकारी व निजी स्कूलों के दसवीं व जमा दो के करीब 20 हजार विद्यार्थी परीक्षा देंगे। हालांकि नकल को रोकने के लिए प्रशासन ने अपने स्तर पर टीमों का गठन किया है। एसडीएम हरोली व ऊना के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया है। इसमें तीन-तीन अध्यापकों की ड्यूटी लगेगी। ये टीमें एसडीएम के नेतृत्व में कार्य करेंगी, लेकिन शिक्षा विभाग द्वारा ऐसी टीमों का गठन अभी तक नही किया गया है। दोनों उपमंडलाधिकारी के नेतृत्व में दो-दो टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण करके नकल करने वाले विद्यार्थियों पर शिकंजा कसेंगी।

बिना किसी दबाव दें एग्जाम

उपशिक्षा निदेशक उच्चतर भूप सिंह ठाकुर ने विद्यार्थियों से आह्वान किया है कि वे बिना किसी दबाव में आए परीक्षा दें। परीक्षाओं के दिनों में ज्यादा नर्वस न हों। साथ ही उन्होंने अभिभावकों को भी सलाह दी कि विद्यार्थियों पर पढ़ाई को लेकर ज्यादा दबाव न बनाएं।