बढ़ी फीस किसी भी सूरत में मंजूर नहीं

शिमला  – अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की एचपीयू इकाई ने कहा कि विवि में फीस बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में इकाई अध्यक्ष अमित ठाकुर ने  विवि प्रशासन से छात्रों के मुद्दों को गंभीरता से लेने और उनकी समस्याओं को जल्द दूर करने की मांग की है। विद्यार्थी परिषद विवि इकाई अध्यक्ष अमित ठाकुर ने कहा कि विवि में फीस बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा लाए गए प्रस्ताव में दस फीसदी फीस वृद्धि के निर्णय को वापस लिया जाना चाहिए। विवि के बजट में वृद्धि की जानी चाहिए, ताकि छात्रों को गुणात्मक शिक्षा मिल सके, वहीं होस्टलों की दयनीय स्थिति की ओर विवि प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि विवि के वाईएसपी छात्रावास,  कन्या छात्रावास आईटीएच और विद्योतमा छात्रावास की मरम्मत कार्य जल्द पूरा किया जाए। उन्होंने कहा कि सेंटर विश्वविद्यालय को लेकर कांग्रेस और भाजपा द्वारा की जा रही राजनीति निंदनीय है, इसका जल्द स्थायी भवन बनना चाहिए। एबीवीपी ने विवि में हुई शिक्षकों की भर्ती को लेकर प्रदेश सरकार पर अपने चहेतों को फायदा पहुचाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विवि में शिक्षकों की भर्तियां यूजीसी के नियमों को ताक पर रख कर की गई हैं।  इसके अलावा एबीवीपी ने छात्र संघ चुनाव बहाली, पीजी में रूसा का विरोध और रूसा  में सेमेस्टर सिस्टम बंद करने, विवि की सर्वोच्च निर्णायक संस्था कार्यकारी परिषद की पूर्ववत शक्तियां बहाली, बीएचएम विभाग में छात्रों के लिए  रेगुलर फैकल्टी की भी मांग की है।  उन्होंने कहा है कि विश्वविद्यालय प्रशासन अगर बढ़ी हुई फीस को वापस नहीं लेगा तो एबीवीपी आंदोलन करेगी।

कम्प्यूटर खरीद में घोटाले के जड़े आरोप

एबीवीपी ने विवि प्रशासन और प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि यूआईआईटी में छात्रों के लिए खरीदे गए कम्प्यूटर की खरीद में गड़बड़ी की गई है। एबीवीपी ने ये भी आरोप लगाया है कि विवि के अंदर चल रहे मरम्मत कार्य में सरकार अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने के लिए सभी टेंडर कांग्रेस के लोगों को दिए जा रहे हैं और कोई भी कार्य समय पर पूरा नहीं किया जा रहा है।