बाहरा विवि में छात्रों को बांटे पुरस्कार

वाकनाघाट —  बाहरा विश्वविद्यालय में बौद्धिक संपदा अधिकार-रचनात्मक भारत, अभिनव भारत विषय पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला का उद्घाटन मुख्यातिथि कुणाल सत्यार्थी संयुक्त सदस्य सचिव राज्य विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पर्यावरण परिषद व कुलपति डा. एसके बंसल के कर कमलों द्वारा किया गया। इस मौके पर कुलपति डा. एसके बंसल ने बताया कि इस सेल के माध्यम से छात्र या फैकल्टि के सदस्य अपनी किसी भी प्रकार की खोज एवं कृतियों को बाहर न जाकर विश्वविद्यालय में ही पेटेंट करवा सकते हैं। विश्वविद्यालय के अनेक छात्रों ने अद्वितीय आविष्कार किए हैं, लेकिन पेटेंट न होने के कारण उन्हें बाजार तक ले जाने में उन्हें असुविधा का सामना करना पड़ता है। ऐसे छात्रों के लिए ये सेल अधिक लाभकारी सिद्ध होगा। मुख्यातिथि श्री सत्यार्थी ने छात्रों को संबोधित करते हुए मेक इन इंडिया, रचनात्मक और अभिनव भारत पर बल दिया। 0श्री सत्यार्थी ने बाहरा विश्वविद्यालय में ईको क्लब व ऊष्मायन केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा कि युवा ऐसे केंद्रों और विभागों में योगदान देकर विकास में सरकार की मदद कर सकते हैं। उद्घाटन समारोह के उपरांत कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें पहले तकनीकी सत्र में राहुल तनेजा, वैज्ञानिक आईपीआर हरियाणा राज्य परिषद विज्ञान एवं  प्रौद्योगिकी ने छात्रों से विभिन्न प्रकार के आईपीआर के बारे में विस्तार से चर्चा की। दूसरे तकनीकी सत्र में रितिका कंवर वैज्ञानिक हिमाचल प्रदेश पेटेंट सूचना केंद्र और तीसरे तकनीकी सत्र में अंकुश प्रकाश शर्मा परियोजना वैज्ञानिक हिमाचल प्रदेश पेटेंट सूचना केंद्र राज्य परिषद विज्ञान एवं  प्रौद्योगिकी ने छात्रों को संबोधित किया। कार्यशाला के अंत में छात्रों के लिए प्रश्नोत्तरी सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें 10 छात्रों को पुरस्कार वितरित किए गए। विश्वविद्यालय द्वारा दो प्रतियोगिताएं आयोजित की गई, जिनमें बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट प्रतियोगिता में रूप नेगी, एचएम राहुल फार्मेसी और अभिजीत सिविल इंजीनियरिंग से विजेता रहे व आई जेनेसिस प्रतियोगिता में आशा पठानिया ईसीई, साहिर सिंह सीएसी और तेंजिन ईसीई विभाग से विजेता घोषित किए गए।