ब्यासनाला तक सड़क बहाल

मनाली – मनाली की ओर ब्यासनाला तक सड़क के बहाल हो जाने से लाहुल की ओर जाने वाले पैदल यात्रियों को थोड़ी राहत मिल गई है। बीआरओ के डोजर मनाली की ओर से ब्यासनाला के करीब पहुंच गए हैं, जबकि लाहुल की ओर गुफा होटल को पार कर कोकसर की ओर बढ़ गए हैं। कोकसर और मढ़ी तक सड़क बहाल होते ही पैदल दर्रा पार करने वालों को राहत मिल जाएगी। रोहतांग दर्रे के साथ लगते गांव कोकसर सहित सिसू, तेलिंग, रोपसंग के लोगों ने दर्रा पैदल पार करना शुरू किया है। बुधवार को भी लाहुल की ओर से आठ लोग दर्रा पार कर मनाली पहुंचे। सर्दियों के चलते कोकसर पंचायत और आसपास के गांव के दर्जनों परिवार पलायन कर मनाली आ गए थे। अब इन लोगों ने भी घरों का रुख करने की तैयारी कर ली है। ये लोग एक साथ  शुक्रवार को रोहतांग दर्रा पार कर अपने घरों में दस्तक देंगे। चुंबक मोड़ से ब्यासनाला तक 25 से 30 फुट ऊंची बर्फ की दीवार को हटाकर आगे बढ़ रहा है। जैसे-जैसे बीआरओ रोहतांग की ओर बढ़ रहा है वैसे-वैसे बर्फ की दीवार भी ऊंची होती जा रही है। पैदल दर्रा लांघकर मनाली पहुंचे टशी व अशोक कारपा ने बताया कि राहनीनाले में हिम-स्खलन आने से सड़क पर 100 फुट से अधिक बर्फ जमा हो गई है। पटन घाटी के किसान शमशेर और राहुल ने बताया कि पटन घाटी में खेतों से बर्फ पिघल गई है। उन्होंने बताया कि किसान मटर की बिजाई को लेकर अपने खेतों को तैयार करने में जुट गए हैं। कोकसर पंचायत के पूर्व प्रधान रतन कटोच ने बताया कि कोकसर घाटी के लोगों ने भी घरों का रुख करना शुरू कर दिया है। केलंग डीएसपी संजय ने बताया कि बर्फ अधिक होने से पैदल राहगीरों के राहे मुश्किल भरी है, लेकिन प्रशासन द्वारा तैनात रेस्क्यू दल राहगीरों की हर संभव मदद कर रहा है। उन्होंने राहगीरों से आग्रह किया कि वे मौसम की परिस्थितियां देखकर ही रोहतांग दर्रे को आर-पार करें।