भगेहड़ में शिक्षकों के सात पद खाली
लडभड़ोल — क्षेत्र के सरकारी स्कूलों में रिक्त चल रहे शिक्षकों के पदों को लेकर अभिभावक उखड़ने लग गए हैं। आलम यह है कि अब अभिभावक आगामी शिक्षा सत्र के दौरान बच्चों के स्कूल को बदलने की योजना तैयार कर ली है, ताकि बच्चों को सुचारू शिक्षा मिल सके। ऐसी भी स्थिति क्षेत्र के भगेहड़ स्कूल की है। स्कूल में अध्यापकों के काफी समय ये रिक्त पद चल रहे हैं। इसके चलते अब अभिभावकों ने बच्चों को दूसरे स्कूल में दाखिल करवाने का मन बना लिया है, वहीं अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधन समिति की बैठक में दोटूक कहा कि नए सत्र की शुरुआत में भगेहड़ स्कूल में अध्यापकों के रिक्त पदों को नहीं भरा गया, तो बच्चों का दूसरे स्कूलों में एडमिशन दिलावएंगे। ह्यस्कूल प्रबंधक समिति की महत्त्वपूर्ण बैठक में शिक्षकों के रिक्त पदों का मुद्दा ही छाया रहा। समिति अध्यक्ष अंजु कुमारी ने बताया कि राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भगेहड़ में प्रवक्ता अंग्रेजी, टीजीटी आर्ट्स, टीजीटी विज्ञान, कला अध्यापक, शास्त्री, पुस्कालय परिचर वरिष्ठ सहायक सहित कुल सात पद कई वर्षों से रिक्त चल रहे हैं। यही नहीं, समिति सदस्यों ने सरकार से आग्रह किया कि उक्त सभी रिक्त पदों को अति शीघ्र भरा जाए, अन्यथा अभिभावकों को संघर्ष करने पर मजबूर होना पड़ेगा। पाठशाला में पिछले दस वर्षों से इन शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। इससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही हैं। भले ही प्रदेश सरकार शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाने के लिए योजना शुरू की है। वहीं, अगर स्कूलों में शिक्षक के पद रिक्त चलते रहेंगे तो शिक्षा में कैसे सुधार होगा। आगामी शिक्षा सत्र में विभिन्न स्कूलों से बच्चों के संख्या कम हो सकती है। अभिभावकों से प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग से मांग की है कि भगेहड़ स्कूल में वर्षों से रिक्त चल रहे सात पदों को शीघ्र भरा जाए, अन्यथा समस्त अभिभावक स्कूल से बच्चों हटाकर दूसरे स्कूल में दाखिल करवाएंगे। इस बारे में उच्च शिक्षा उपनिदेशक मंडी अशोक शर्मा का कहना है कि स्कूलों में रिक्त पदों के बारे में शिक्षा निदेशालय को अवगत करवा दिया है। उन्होंने बताया कि जैसे ही नए पदों के लिए शिक्षकों की नियुक्ति होती है तो स्कूलों में रिक्त पदों को भरा जाएगा।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App