भारतीय हास्य लेखक और प्ले राइटर ‘तारक मेहता’ का निधन

हास्य लेखक ‘तारक मेहता’ का उल्टा चश्मा  तारक मेहता छोटे पर्दे पर लंबे समय से चल रहे मशहूर कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ जिस गुजराती कॉलम दुनिया ने ऊंधा चश्मा’ से प्रेरित है, उसके लेखक ‘तारक मेहता’ के निधन की खबर है।  तारक मेहता 87 साल के थे और लंबे समय से बीमार चल रहे थे। ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा पद्मश्री तारक मेहता के प्रसिद्ध कॉलम दुनिया ने ऊंधा चश्मा’ का ही टीवी अडॉप्शन है। उन्होंने गुजराती पत्रिका ‘चित्रलेखा’ में 1971 में उन्होंने कॉलम शुरू किया था ‘दुनिया ने ऊंधा चश्मा’ और उसी को सामयिक करते हुए यह सीरियल बना है। पॉपुलर कॉमेडी शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के लेखक तारक मेहता का गत बुधवार को निधन हो गया। 89 साल के तारक मेहता ने अहमदाबाद में आखिरी सांस ली। 26 दिसंबर, 1929 को अहमदाबाद में तारक मेहता का जन्म हुआ था।

क्यों मशहूर हुए थे तारक मेहता

सब चैनल का यह पॉपुलर शो दरअसल, तारक मेहता के गुजराती नाटक पर आधारित है। 2015 में उनको पद्मश्री ने नवाजा गया था। तारक मेहता गुजराती रंगमंच का बड़ा नाम थे। कई मशहूर कॉमेडी नाटकों व कहानियों को गुजराती में पेश कर चुके हैं। वह कॉलम भी लिखते रहे हैं, जिसकी शुरुआत उन्होंने 1971 में चित्रलेखा से की थी। बीते वर्षों में उनकी 80 किताबें बाजार में आ चुकी हैं।

नहीं होगा अंतिम संस्कार, डोनेट कर चुके हैं बॉडी

बताया जा रहा है कि अंतिम संस्कार करने की बजाय तारक मेहता की बॉडी  मेडिकल कालेज को एनाटॉमिकल स्टडी के लिए दी जाएगी। इसका फैसला खुद तारक मेहता कर के गए थे।