मोमन्यार के 12 गांव नौ दिन से प्यासे

By: Mar 15th, 2017 12:05 am

बंगाणा —  गर्मियों की आहट से पूर्व ही कुटलैहड़ क्षेत्र के बाशिंदें पानी की बूंद-बूंद को तरस गए हैं। मोमन्यार पंचायत के तहत आते करीब 12 गांवों में पेयजल संकट गहरा गया है। इन गांवों में पिछले नौ दिनों से पानी की एक भी बूंद नहीं टपकी है। ग्रामीणों ने विभाग को चेतावनी दी है कि अगर दो दिन के भीतर गांव में पेयजल आपूर्ति बहाल न हुई तो, विभाग व प्रशासन के विरुद्ध डीसी ऊना मुख्यालय में प्रदर्शन किया जाएगा। कुटलैहड़ हलके के विधायक वीरेंद्र कंवर ने क्षेत्र में पेयजल की समस्या का मामला विधानसभा में उठाने की बात कही है, वहीं आईपीएच विभाग वैकल्पिक व्यवस्था करने में विफल साबित हुआ है। जानकारी के मुताबिक मोमन्यार पंचायत की पेयजल योजना धराशायी हो गई है। विभाग ने टैंकरों के माध्यम से भी लोगों को राहत देने का कोई प्रयास नहीं किया है। लोग क्षेत्र के दूरदराज पर स्थित प्राकृतिक जल स्रोंतों से पानी ढोने को मजबूर हैं। देखने योग्य बात है कि कई प्राकृतिक जल स्रोतों का पानी पीने योग्य नहीं है। स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान यशपाल सिंह, बीडीसी सदस्य बख्शो देवी, पूर्व बीडीसी सदस्य माया देवी, हुस्न सिंह, वार्ड पंच रेखा देवी, राजकुमारी, सुमन कुमार, महिंद्र पाल, ठाकुर रामकिशन, कर्म चंद शर्मा, रोशन लाल, ओमप्रकाश, धर्मपाल, अवतार सिंह, हरिदासत, ओपी भारद्वाज, पुष्पा देवी, वीरेंद्र शर्मा, शंकरी देवी, शंकर दास, शकुंतला आदि ग्रामीणों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर दो दिनों के भीतर पेयजल योजना सुचारू नही की तो समस्त ग्रामीणा जिलाधीश कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन करेंगे। झंबर स्थित उठाऊ पेयजल योजना की सप्लाई से मोमन्यार की बस्तियों को पानी की आपूर्ति की जाती है। अब नलकूप योजना में तकनीकी खराबी आने के कारण पेयजल की सप्लाई पूर्णतः ठप हो गई है।


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