राजधानी में एबीवीपी कार्यकर्ताओं का हल्ला

आक्रोश रैली में हजारों छात्रों ने की शिरकत, कांग्रेस सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा

शिमला  — अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को शिमला में विशाल आक्रोश रैली निकाली। रैली में प्रदेश भर से हजारों छात्रों ने भाग लिया। प्रदेश भर से आए छात्रों ने फीस बढ़ोतरी, सेमेस्टर सिस्टम बंद करने, निजीकरण के नाम पर शिक्षा के व्यापारीकरण बंद करने सहित छात्र समुदाय से जुड़ी विभिन्न मांगों को प्रमुखता से उठाया। प्रदेश भर से आए हजारों कार्यकर्ता चौड़ा मैदान में इकट्ठे हुए। चौड़ा मैदान से छात्र रैली के रूप में विधानसभा चौक से होते हुए कार्ट रोड पहुंचे। कार्ट रोड से विक्टी टनल होते हुए विटर फिल्ड, सैंट थॉम्स स्कूल, शाही सिनेमा से होते हुए फिर से कार्ट रोड पहुंचे। इसके बाद छात्र रैली लोकल बस स्टैंड होते हुए सब्जी मंडी मैदान से लोअर बाजार, सीटीओ, बैटनी कैंसल, स्कैंडल प्वाइंट होते हुए आईस स्केटिंग रिंक मैदान पहुंची। आईस स्केटिंग रिंक मैदान में सभा का आयोजन किया गया। इसमें एबीवीपी छात्र नेताओं ने सरकार पर जमकर गुबार निकाला। छात्र नेताओं ने सरकार पर छात्र विरोधी होने का आरोप लगाया। छात्र नेताओं का आरोप था कि सरकार ने फीस बढ़ोतरी कर छात्रों से शिक्षा का अधिकार छीना है। प्रदेश में निजीकरण के नाम पर शिक्षा का व्यापारीकरण हो रहा है। रूसा लागू कर सरकार ने छात्रों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। छात्र नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार ने अगर जल्द ही छात्रों की मांगें पूरी नहीं की,तो आगामी समय में और व्यापक आंदोलन किया जाएगा, जिसमें जन समुदाय की भागीदारी सुनिश्चित की जाएंगी।

27 हजार छात्रों ने लिया भाग

एबीवीपी का दावा है कि आक्रोश रैली में प्रदेश भर से 27 हजार छात्रों ने भाग लिया, जिसमें प्रदेश भर के कालेजों से छात्रोें ने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई है।

प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप

एबीवीपी के प्रांत संगठन मंत्री कौल नेगी ने प्रदेश सरकार पर आक्रोश रैली को विफल करवाने का आरोप लगाया।

रैली का ये रहा रूट प्लान

रैली के लिए कांगड़ा, मंडी, बिलासपुर, हमीरपुर, चंबा व कुल्लू से आने वाले छात्र घणाहट्टी से तवी मोड़ पर उतरे। यहां से सभी छात्र पैदल चौड़ा मैदान पहुंचे, जबकि सोलन, सिरमौर व ऊना से आने वाले छात्र आईएसबीटी क्रॉसिंग पर आए। रोहड़ू, रामपुर व किन्नौर से आने वाले छात्र संजौली व छोटा शिमला होते हुए आईएसबीटी बाइपास से आईएसबीटी कॉसिंग पहुंचे। यहां से छात्र चौड़ा मैदान की ओर पैदल आए और वहां से रैली के रूप में विधानसभा लोअर बाजार, डीसी आफिस, स्कैंडल प्वाइंट से आईस स्केटिंग रिंक पहुंचे।

एबीवीपी की मुख्य मांगें

* स्तानक स्तर पर रूसा को बंद करना

* फीस बढ़ोतरी को वापस लेना

* निजीकरण के नाम पर शिक्षा का व्यापारीकरण बंद हो

* छात्र संघ चुनावों की बहाली

* हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की स्वायता की बहाली

* केंद्रीय विश्वविद्यालय भूमि चयन पर राजनीति बंद हो

* महाविद्यायल में आधारभूत ढांचों के सुदृढ़ करना एसएमसी, पीटीए तथा आउटसोर्स की नियुक्तियों पर तुरंत रोक लगे

आक्रोश रैली ने रोकी शिमला की रफ्तार

शिमला  — अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की शिमला में हुई आक्रोश रैली के चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। भारी संख्या में बसों व वाहनों के पहुंचने से शहर में जगह-जगह ट्रैफिक जाम लगा रहा। लोग घंटों ट्रैफिक जाम में फंसे रहे और लोगों को पैदल ही अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ा। शिमला में आयोजित एबीवीपी की आक्रोश रैली से शहर में कई जगह पहिए जाम हो गए। विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता करीब 300 छोटे-बड़े वाहनों से शिमला पहुंचे थे। हालांकि पुलिस ने रैली के लिए आने वाले वाहनों को शहर के भीतर प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी थी।  शहर में सबसे ज्याद बालूगंज, चक्कर के अलावा टूटीकंडी बाइपास, 103 टनल और विक्ट्री टनल के आसपास ट्रैफिक जाम लगा। इन जगहों पर सुबह से ही ट्रैफिक जाम लगना शुरू हो गया था। रैली के लिए कार्यकर्ता पैदल चौड़ा मैदान पहुंचे, इस दौरान सड़कों पर छात्रों की कतारों ने भी वाहनों की आवाजाही में बाधा पहुंचाई। हालांकि रैली के लिए भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई थी। शहर में करीब 200 अतिरिक्त जवान लगाए गए थे। इनमें दो रिजर्व महिला बटालियन भी शामिल थीं। शहर में हजारों की तादाद में छात्रों के पहुंचने से पुलिस को व्यवस्था बनाए रखने के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ी।  उधर, पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी ने कहा कि पुलिस ने आक्रोश रैली को लेकर पुख्ता इंतजाम किए थे। इससे लोगों को ज्यादा असुविधा नहीं हुई।