शिमला को 26 से नियमित उड़ानें

डीजीसीए, एएआई व अन्य अफसरों के दौरे से बंधी उम्मीद

शिमला— पिछले चार वर्षों से बंद पड़े शिमला के जुब्बड़हट्टी स्थित एयरपोर्ट से नियमित उड़ानें 26 मार्च से शुरू करने की तैयारी है। इससे पहले एलायंस एयरवेज की टेस्ट फ्लाइट की जाएगी। इसी महीने 16 व 17 मार्च को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन, एयरपोर्ट अथारिटी ऑफ इंडिया व भारतीय मौसम विभाग के आला अधिकारियों ने एयर इंडिया के चीफ पायलट्स की टीम के साथ यहां का दौरा किया था। उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक टीम ने जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट को नियमित उड़ानों के लिए फिट करार दिया है। दिक्कत यह बताई जा रही है कि एलायंस एयरवेज के पास एटीआर-42 नहीं है। यही वजह है कि नियमित उड़ानें शुरू करने के लिए वक्त मांगा गया है। सूत्रों का कहना है कि 20 या 10 सीटर विमानों की आवाजाही यहां से 26 मार्च तक शुरू की जा सकती है। हालांकि प्रयास यही होगा कि एटीआर-42 ही उतारा जाए। शिमला एयरपोर्ट देश में ऐसा पहला हवाई अड्डा है, जिसकी वजह से हिमाचल की राजधानी शेष विश्व से एयर कनेक्टिविटी से अलग-थलग पड़ी है। हालांकि यहां नॉन शेड्यूल्ड फ्लाइट्स तो आती हैं, मगर शेड्यूल्ड नहीं। अब उम्मीद बंधी है कि 26 मार्च से यहां नियमित उड़ानें शुरू होंगी। वहीं, भुंतर व गगल में उड़ानों की संख्या और बढ़ेगी। हालांकि गगल व भुंतर में अभी नियमित उड़ानें आ रही हैं, मगर इनकी संख्या पर्यटन आमद को देखते हुए और बढ़ाए जाने की तैयारी है। सबसे ज्यादा फायदा शिमला एयरपोर्ट को होगा। पिछले चार वर्षों से शिमला एयरपोर्ट के लिए 300 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तैयार होने के बावजूद इसे शेड्यूल्ड फ्लाइट्स के लिए खोला नहीं जा सका था। एयरपोर्ट में शेड्यूल्ड फ्लाइट्स के लिए किसी तरह की दिक्कतें न हों, लिहाजा एयरपोर्ट की लंबाई को बढ़ाया जा चुका है। जुब्बड़हट्टी हवाई अड्डे के रन-वे की लंबाई 1164 मीटर थी। इसे करीब 300 मीटर तक बढ़ा दिया गया है, जबकि चौड़ाई 30 मीटर है। हवाई पट्टी के विस्तार के साथ-साथ एयरपोर्ट में आधारभूत ढांचे को मजबूत किया गया है। अभी तक जुब्बड़हट्टी स्थित हवाई पट्टी पर 40 सीटर विमान ही उतरता था। अब एयर इंडिया से जुड़ें एलायंस एयरलाइन ने यहां जो सर्वेक्षण किया था, उसके तहत एटीआर-72 व एटीआर-42 सीटर विमानों को उतारा जा सकता है। बावजूद इसके अभी तक भी आक्यूपैंसी को लेकर दिक्कतें बरकरार रही हैं। यही वजह बताई जाती है कि कोई भी कंपनी यहां नियमित उड़ानों के लिए तैयार नहीं है। मगर अब डीजीसीए की ताजा रिपोर्ट के बाद शिमला एयरपोर्ट के दिन बदलने वाले हैं।