शुगर होगी फुर्र

डायबिटीज यानी शुगर एक खतरनाक बीमारी। यह बीमारी शरीर में अग्नाशय द्वारा इंसुलिन का स्राव कम हो जाने के कारण होती है। इसमें ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है। आजकल जिस तरह से हमारा खान-पान हो गया है, उससे शुगर होने का खतरा बढ़ गया है। अस्पतालों में आने वाले मरीजों में डायबिटीज के रोगियों का आंकड़ा भी ज्यादा देखा जा रहा है। हमारे आसपास भी हर पांचवां व्यक्ति शुगर का मरीज है। गर्भवती महिलाओं में इस बीमारी का खतरा बढ़ रहा है। अगर यह बीमारी बढ़ जाए तो शरीर के कई हिस्सों को डैमेज कर सकती है, लेकिन अगर हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ सावधानियां बरतें तो इसे काबू किया जा सकता है। शुगर के मरीजों में आंखों, गुर्दों, स्नायु, मस्तिष्क और हृदय के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बढ़ जाता है। शुगर  होने पर शरीर को भोजन से ऊर्जा प्राप्त करने में कठिनाई होती है। मधुमेह होने के कई कारण रोगी स्वयं अनुभव कर सकता है। जैसे बार-बार पेशाब आना खासकर रात के समय, त्वचा में खुजली होना, कमजोरी, थकान, आंखों में धुंधला दिखाई देना, वजन कम होना आदि। ऐसा नहीं है कि इसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता। अगर हम अपने खान-पान में सावधानी बरतें तो इसे कंट्रोल भी किया जा सकता है।  एक बात का हमेशा ध्यान रखें कि जमीन के नीचे पैदा होने वाले उन फल सब्जियों को न खाएं जिन्हें हम कच्चा नहीं खा सकते। जैसे, अरबी, कचालू, जिमीकंद और आलू। आलू को भून कर खाया जा सकता है। कच्ची सब्जियों का जूस पिएं। केला बिलकुल न खाएं। रोज कुछ न कुछ कड़वी चीज जरूर खाएं, जैसे करेला, मेथी दाने का एक चम्मच और पिसी हुई अलसी का एक चम्मच। दालचीनी का पाउडर बनाकर उसे खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं। एक टाइम में अधिक भोजन न करें। यानी छह चपाती खाते हैं, तो दो-दो की मात्रा में थोड़े-थोड़े समय बाद खाएं। मटन न खाएं। चिकन और फिश खा सकते हैं। शुगर होने के कारण पैदा होने वाली जटिलताओं को व्यायाम और नियमित आहार से संतुलित रखा जा सकता है। रोजाना सुबह-शाम 30-30 मिनट वॉक पर जरूर जाएं, कुछ समय के लिए प्राणायाम जरूर करें। ये छोटी-छोटी बातें अगर आप ध्यान में रखकर चलते हैं, तो आपको शुगर परेशान नहीं कर सकती।

— वंदना कायस्था, न्यूट्रीशियनिष्ट एंड डाइटीशियन, टीएमसी