संसद का रुख तय करेगा बाजार की दिशा

मुंबई  —  बैंकिंग, फार्मा, आईटी और टेक समूहों में ऊंचे भाव पर हुई बिकवाली से पिछले सप्ताह घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट रही। बीएसई का सेंसेक्स 227.59 अंक लुढ़ककर 29421.40 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 52.05 अंक की साप्ताहिक गिरावट के साथ 9108 अंक पर बंद हुए। विधानसभा चुनाव नतीजों से उत्साहित निवेशकों की लिवाली से इससे पहले के सप्ताह में निफ्टी अब तक के रिकार्ड स्तर और सेंसेक्स अब तक के दूसरे रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ था। अगले सप्ताह संसद में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) से संबद्ध विधेयक पेश होने हैं। इस पर संसद के रुख से घरेलू शेयर बाजारों की दिशा तय होगी। हालांकि, इन विधेयकों पर पहले ही विभिन्न दलों द्वारा शासित राज्यों की सहमति बन चुकी है और इसलिए इनके आसानी से पारित हो जाने की उम्मीद है। बीते सप्ताह बड़ी कंपनियों की तरह मझौली कंपनियों में भी गिरावट रही। वीएसई का मिडकैप सप्ताह के दौरान 0.31 प्रतिशत लुढ़क गया। वहीं, छोटी कंपनियों में निवेशकों का विश्वास बना रहा और स्मॉलकैप 0.46 प्रतिशत चढ़ गया। पूरे सप्ताह आईटी और टेक तथा फार्मा कंपनियों के लिए बीता सप्ताह चुनौती भरा रहा। डालर की तुलना में रुपए के मजबूत होने से निर्यात आधारित इन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली रही। साथ ही बैंकिंग क्षेत्र की कंपनियों पर दबाव से सोमवार को ही निफ्टी तथा सेंसेक्स शीर्ष स्तर से फिसल गए। सेंसेक्स 130.25 अंक टूटकर 29518.74 अंक पर और निफ्टी 33.20 अंक उतरकर 9126.85 अंक पर आ गया। अगले दो दिन भी बजार में बिकवाली जारी रही। मंगलवार को सेंसेक्स 33.29 अंक टूटा। बुधवार को बाजार पर दबाव ज्यादा रहा।