सफाई में नंबर वन रोपा के दो गांव

हमीरपुर – विकास खंड हमीरपुर की ग्राम पंचायत रोपा के दो गांवों में गंदगी का नामोनिशान नहीं है। यहां गंदा पानी भी आपको बहता नहीं दिखाई देगा। किचन से लेकर बाथरूम तक के पानी को सही तरीके से भंडारित किया जा रहा है। दो गांवों के लिए कॉमन शॉकपिट बनाकर यह सुविधा प्रदान की गई है। इन दो गांवों के करीब 80 परिवारों को ठोस, कचरा एवं तरल प्रबंधन के तहत जोड़ा गया है। अब इन परिवारों के किचन, बाथरूम का गंदा पानी खुले में नहीं बहता, बल्कि नालियों के माध्यम से शॉकपिट में पहुुंच रहा है। गांवों को पूरी तरह से स्वच्छ रखने के लिए शॉकपिट का निर्माण किया गया है। इसमें दोनों गांवों की गंदगी को एकत्रित किया जा रहा है। वहीं यह शॉकपिट अंदर से कच्चा है, जिसके चलते यह तरल पदार्थ भूमिगत हो जाता है।  इन गांवों में हुए इस कार्य को देखकर हर कोई पंचायत प्रतिनिधियों की तारीफ कर रहा है। यहां तक की खुद खंड ब्लॉक अधिकारी भी स्पॉट का निरीक्षण कर इन्हें बधाई दे चुके हैं। बताते चलें कि रोपा पंचायत के तहत पड़ने वाले ध्वां व कराड़ा वार्ड में शॉकपिट का निर्माण किया गया है। प्रत्येक घर को नाली डालकर इस शॉकपिट से जोड़ दिया गया है। करोड़ा वार्ड में करीब एक लाख 20 हजार तथा ध्वां वार्ड में एक लाख की राशि से इन शॉकपिट टैंकों का निर्माण किया गया है। अब इन दोनों ही गांवों का गंदा पानी खुले में नहीं बहता। उल्लेखनीय है कि स्वच्छ भारत के तहत ठोस एवं तरल कचरा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है। रोपा  में स्वच्छ भारत मिशन के अलावा 14वें वित्त आयोग से मिले बजट को भी कार्य पर व्यय किया गया है।  ध्वां व कराड़ा वार्ड में जिन घरों को शॉकपिट टैंक से नहीं जोड़ा गया है, उन घरों के लिए पंचायत ने अलग से शॉकपिट टैंक का निर्माण कर दिया है। किचन व बाथरूम के पानी को टैंक तक पहुंचाने की व्यवस्था भी की गई है।

पंचायत को स्वच्छ बनाना ही मकसद

रोपा पंचायत प्रधान खेम सिंह चंद ने बताया कि ध्वां व कराड़ा वार्ड के लिए शॉकपिट का निर्माण किया गया है। पंचायत को पूरी तरह स्वच्छ बनाना उनका उद्देश्य है।