सरकार से मांगी स्टेटस रिपोर्ट

एमएमयू में क्लर्क आत्महत्या केस पर हाई कोर्ट सख्त

शिमला —  महर्षि मार्कंडेश्वर विश्वविद्यालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत 21 वर्षीय लड़की द्वारा विश्वविद्यालय भवन से ही छलांग लगाकर आत्महत्या किए जाने के मामले में प्रदेश हाई कोर्ट ने राज्य सरकार से ताजा स्टेटस रिपोर्ट दायर करने के आदेश दिए हैं। जगाधरी निवासी लड़की के पिता  द्वारा दायर याचिका में आरोप लगाया गया है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में ढुलमुल रवैया अपना रही है।  प्रार्थी के अनुसार उसकी लड़की महर्षि मार्कंडेश्वर विश्व विद्यालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत थी और विश्वविद्यालय के ही होस्टल में रहती थी। उसने 28 सितंबर 2016 को  विश्वविद्यालय भवन से ही छलांग लगाकर आत्महत्या कर दी। आरोप लगाया गया है कि उसे राजस्थान निवासी लड़के द्वारा ब्लैकमेल किया जा रहा था। मृतका ने राजस्थान निवासी लड़के के खाते में कुछ पैसे भी जमा करवाए हैं। प्रार्थी ने आरोप लगाया  है कि पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की है और न ही उक्त लड़के से पूछताछ की है। प्रार्थी ने अदालत से गुहार लगाईं है कि इस मामले की जांच का जिम्मा सीबीआई को सौंपा जाए। मुख्य न्यायाधीश मंसूर अहमद मीर और न्यायाधीश संदीप शर्मा की खंडपीठ ने इस मामले में राज्य सरकार से ताजा स्टेटस रिपोर्ट मांगी है।