सुरीली नाटियों पर झूमा सुंदरनगर

लोक कलाकारों के नाम रही नलवाड़ मेले की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या

सुंदरनगर —  राज्य स्तरीय नलवाड़ मेले की पांचवीं सांस्कृतिक संध्या प्रदेश के लोक कलाकारों के नाम रही। इस संध्या में प्रदेश के कलाकारों की प्रस्तुतियों से यह साबित हो गया कि प्रदेश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। नाटी किंग कुलदीप शर्मा के अलावा संजीव दीक्षित, नरेंद्र ठाकुर, अभिषेक पटियाल सहित अनेक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से संध्या को यादगार बना दिया। कुलदीप शर्मा ने सतगुरु वंदना से ्रकार्यक्रम की शुरुआत करते हुए एक से बढ़कर एक नाटियां प्रस्तुत करके लोगों को थिरकने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने लागा ढोलो रा धमाका, नाटी किंग से ठिकाने बलिए, बीजा पांदे लगी नाटी, गिरी रे गिरी से गिरी, कुल्लू-मनाली लागा मेला, रोहड़ू जाणा मेरी, बन-ठन चली बोलो सहित अनेक नाटियां प्रस्तुत कर युवाओं को खूब नचाया। लोक गायक संजीव दीक्षित ने हमदम मेरे मान भी जाओ गाने से शुरुआत की। उन्होंने मुझे तूने मार डाला, दंदे वाली पीड़ बुरी, बोतल रह गई ठेके, चल शिमले सहित अनेक पहाड़ी नाटियां प्रस्तुत कीं। मेरी आवाज सुनो फेम अभिषेक पटियाल ने मस्त बना देंगे बीबा, कद्र करी दीं नखने नी करी दें, यारी चंडीगढ़ वालिए, तीन पैग  आदि गाने प्रस्तुत कर युवाओं को झूमने पर विवश कर दिया, वहीं रोहित मैहन ने मौला मेरे मौला गीत बेहतरीन अंदाज में प्रस्तुत कर वाहवाही बटोरी। पांचवीं सांस्कृतिक संध्या में राजस्व एवं स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। एसजे डांसिंग जोन सोलन, सरस्वती म्यूजिकल ग्रुप शिमला, इंडियन आइडल फेम गीता भारद्वाज ने भी अपनी प्रस्तुतियों से खूब मनोरंजन किया। मांडव्य कला मंच मंडी, वायस ऑफ कहलूर प्रकाश शर्मा, निशी बैंड चंडीगढ़ सहित अनेक कलाकारों ने बेहतरीन प्रस्तुतियां दीं।

गानों से ‘बेटी है अनमोल’ का संदेश

लोक गायक नरेंद्र ठाकुर ने अपने गीतों के माध्यम से ‘बेटी है अनमोल’ का संदेश दिया। उन्होंने बेटी अनमोल धन सा यारो, झूरी, ओ रीनू ओ रीनू तेरी चिट्ठी, बंगा चूटी ओ सरला, बोतल फूटी हाए ओ नातिया, रोक भाविए रोक सहित अनेक पहाड़ी गीत प्रस्तुत कर वाहवाही लूटी।