हिमाचली टोपी पहन कर डिग्री लेंगे नौणी विश्वविद्यालय के छात्र

नौणी     –      डा. वाईएस विश्वविद्यालय नौणी के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा, जब छात्र हिमाचली टोपी पहनकर डिग्री प्राप्त करेंगे। इसके अलावा विश्वविद्यालय ने ड्रैस कोड में भी बदलाव किया है। सफेद रंग का कुर्ता-पायजामा व काले रंग के जूते ड्रैस कोड में शामिल किए हैं। देश के विभिन्न राज्यों से आए छात्र डिग्री प्राप्त करने के दौरान हिमाचली परिधान में नजर आएंगे। जानकारी के अनुसार नौणी विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह छह मार्च को आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान विश्वविद्यालय के 835 छात्रों को एमबीए, एमएससी, पीएचडी की डिग्रियां प्रदान की जाएंगी। समारोह की   अध्यक्षता हिमाचल के राज्यपाल आचार्य देवव्रत होंगे। इसके अलावा समारोह के मुख्यातिथि आईसीएआर के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्र होंगे। कार्यक्रम का आगाज सरस्वती  वंदना से किया जाएगा। इस वर्ष विश्वविद्यालय ने डै्रस कोड में भी बदलाव किया है। पहली बार विश्वविद्यालय के छात्र हिमाचली परिधानों  नजर आएंगी। इससे पूर्व प्रत्येक वर्ष दीक्षांत समारोह के दौरान काले व लाल रंग की ड्रैस विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों को मुहैया करवाई जाती थी। ड्रैस के रंग की ही टोपी भी छात्र डिग्री प्राप्त करने के दौरान पहनते थे। नौणी विश्वविद्यालय ने इस वर्ष एक नई पहल की है। छात्रों को हिमाचली टोपी पहनकर डिग्री प्राप्त करेंगे। इसके अलावा  कुर्ता-पायजामा को भी ड्रैस कोड में शामिल किया गया है। सिख समुदाय से संबंध रखने वाले छात्र नीले रंग की पगड़ी पहनेंगे। छात्राओं का डै्रस कोड भी इस मर्तबा बदला गया है। छात्राएं इस दौरान क्रिम रंग की साड़ी व लाल रंग के ब्लाउज में नजर आएंगी। छात्राएं साड़ी के साथ काले रंग के सैंडल पहनेंगे। हालांकि यह ड्रैस छात्र  व छात्राओं को अपनी जेब से पैसे खर्च कर खरीदनी होगी। नौणी विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एचसी शर्मा ने कहा कि इस बार दीक्षांत समारोह के दौरान डै्रस कोड बदला गया है। विश्वविद्यालय के छात्र दीक्षांत समारोह में हिमाचली परिधानों में नजर आएंगे।