वर्कर्ज के आंदोलन को पटेल कंपनी अधिकारी जिम्मेदार
रिकांगपिओ – किन्नौर जिला में निर्माणाधीन 450 मेगावट की शौंगटौंग-कड़छम जलविद्युत परियोजना निर्माण में उपजा मजदूरों का आंदोलन हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन सहित पटेल कंपनी के अधिकारियों की कथित नाकामी का परिणाम है। यह बात प्रदेश विधानसभा उपाध्यक्ष एवं किन्नौर के विधायक जगत सिहं नेगी ने रिकांगपिओ में कही। श्री नेगी ने बताया कि यह परियोजना प्रदेश पावर कारपोरेशन बनाएगी, लेकिन कारपोरेशन ने इस परियोजना का निर्माण कार्य पटेल कंपनी को दिया। पटेल कंपनी पिछले दो वर्षो से इस परियोजना का निर्माण कार्य सब कांट्रैक्टरों के माध्यम से करवा रही है। परियोजना के जल्द निर्माण के लिए परियोजना प्रभावित क्षेत्रों की सभी पंचायतों से समय पर ही एनओसी तक प्रदान करवाया गया, ताकि परियोजना का निर्माण समय अबधि पर पूरा किया जा सके। उन्होंने बताया कि परियोजना में कार्यरत कई मजदूर तीन-चार महीने से वेतन न मिलने को लेकर इन दिनों हड़ताल पर चले गए हैं, जबकि पूर्व में हिमाचल प्रदेश पावर कारपोरेशन, पटेल कंपनी सहित कंपनी द्वारा मान्यता प्राप्त यूनियन इंटक के बीच वार्ता में यह सहमति जताई गई थी कि हर महिने की सात तारीख को सभी मजदूरों के वेतन का भुगतान कर दिया जाएगा। बावजूद इसके मजदूरों को तीन- चार महीने का वेतन नहीं मिलने से नाराज कई मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने से परियोजना कार्य ठप पड़ गया है। इससे प्रदेश सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान हो रहा है। मजदूरों को समय पर वेतन न मिलने की सूरत में मजदूरों का हड़ताल पर जाने की बात को श्री नेगी ने जायज बताया। उन्होंने कहा कि सरकार के सम्मुख इस पूरे मामले को उठाकर प्रदेश पावर कारपोरेशन व पटेल कंपनी के अधिकारियों के विरुद्ध लेवर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
Keep watching our YouTube Channel ‘Divya Himachal TV’. Also, Download our Android App or iOS App