कांगड़ा, लाहुल-स्पीति के गुरू सीखेंगे विज्ञान कैसे हो आसान

चंबा— असुविधाओं के कराण विज्ञान एवं प्रोद्योगिकी के क्षेत्र में पिछड़ रहे पहाड़ी राज्य के जनजातीय , सुदूर, एवं दुर्लभ क्षेत्रों को पटरी पर लाने के लिए विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं पर्यावरण परिषद भरसक प्रयास में जुटी है। इंटरनेट कनेक्टिविटी, संचार सुविधाओं व विभिन्न तरह की विकट परिस्थितियों के कारण विज्ञान के क्षेत्र में बैकफुट पर जा रहे पिछड़े क्षेत्रों में वैज्ञानिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कार्यशाला प्रौद्योगिक परिषद की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के अलावा लाहुल-स्पीति में भी विज्ञान विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। प्रौद्योगिकी विभाग भारत सरकार से आए वैज्ञानिक जनजातीय क्षेत्रों के साथ सुदूर व हार्ड एरिया बिना लैब व साईंस एक्टिविटी व टेक्रोलॉजी से अनटच रहे ठेठ ग्रामीण क्षेत्रों के स्कू लों में सेवाएं दे रहे अध्यापकों, प्रध्यापकों एवं कल्ब इंचार्ज को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी पर महत्त्वपूर्ण टिप्स दिए जाएंगे, ताकि अध्यापक स्कूलों में छात्रों को उस तरह की तकनीक अपनाकर रुचीकर तरीके से छात्रों को विज्ञान विषय को समझा सकें ।