डिजि लॉकर में स्टोर होंगे सर्टिफिकेट

हार्ड कापी का झंझट होगा खत्म; शिक्षा विभाग ने की तैयारी, छात्रों को मिलेगा लाभ

शिमला  —  किसी साक्षात्कार के लिए जाना है या कहीं और ओरिजनल डाक्यूमेंट देने हैं, तो इसके लिए अब आपको हार्ड कापी की जरूरत नहीं पड़ेगी। बस डाक्यूमेंट दिखाने के लिए आपको केवल एक लिंक देना होगा और इस लिंक पर क्लिक करते ही सारे डाक्यूमेंट डिजिटल तौर पर सामने आ जाएंगे। यह संभव होगा डिजि लॉकर प्रणाली से। इस प्रणाली को जल्द ही प्रदेश शिक्षा विभाग में लागू किया जा रहा है। सरकार की ओर से इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी गई हैं। इसे लेकर डेटी यानी डिपार्टमेंट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इन्फार्मेशन टेक्नोलॉजी  की टीम उच्च शिक्षा अधिकारियों को इस प्रोजेक्ट की प्रेजेंटेशन भी दे चुकी है। इसके बाद प्रदेश शिक्षा विभाग के मुताबिक इस टीम को प्रोजेक्ट तैयार करने को कहा गया है। हिमाचल सूचना प्रौद्योगिकी उपनिदेशक अनिल सेमवाल के मुताबिक हिमाचल में कुछ सेवाओं को इस प्रोजेक्ट के तहत लाया जा रहा है। श्री सेमवाल के मुताबिक डिजि लॉकर वेब सेवा के जरिए आप जन्म प्रमाण पत्र, पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे अहम दस्तावेजों को ऑनलाइन स्टोर कर सकते हैं। यह सुविधा पाने के लिए बस आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए। आधार का नंबर फीड कर आप डिजिटल लॉकर अकाउंट खोल सकते हैं। इस सर्विस की सबसे खास बात यह है कि आप कहीं भी अपने दस्तावेज में डिजिटल लिंक पेस्ट कर दीजिए, अब आपको बार-बार कागजों का प्रयोग नहीं करना होगा। डीईआईटीवाई ने हाल ही में डिजिटल लॉकर का बीटा वर्जन लांच किया है।

कैसे बनाएं लॉकर

आप अगर लॉकर खोलना चाहते हैं तो यह बहुत आसान है। आपको http://digitallocker.gov.in/लॉग इन करना होगा, उसके बाद आईडी बनाकर आधार कार्ड नंबर लॉग इन करना होगा। इसके बाद कुछ सवाल आपसे पूछे जाएंगे, जिसके बाद अकाउंट बन जाएगा, फिर उसमें सारे निजी दस्तावेज डाउनलोड करने पर हमेशा के लिए उसमें लोड हो जाएंगे। लॉग इन आईडी और पासवर्ड आपका अपना होगा, जिसे कहीं भी खोल सकते हैं। सबसे बड़ा फायदा इस लॉकर के जरिए धोखाधड़ी नहीं हो सकती है और न ही नकली दस्तावेजों का चक्कर होता है।