ड्यूटी में घायल महिला हुई लाचार

बीबीएन —  औद्योगिक कस्बे बद्दी के तहत  बागबानियां स्थित पैकेजिंग उद्योग में ड्यूटी के दौरान मशीन में हाथ आने से घायल हुई महिला कामगार आर्थिक मदद के लिए दर-दर भटकने को मजबूर है। उद्योग प्रबंधन ने भी उक्त महिला को किसी तरह की आर्थिक सहायता देने से पल्ला झाड़ लिया है। पीडि़ता के पिता मुकेश का कहना है कि उसकी बेटी के हाथ का पीजीआई में उपचार चल रहा है और बीते एक साल के अरसे में करीब दो लाख तक का खर्च वह लोगों से उधार लेकर कर चुके हैं। पैकेजिंग कंपनी कई दफा गुहार लगाने के बाद भी उन्हें किसी तरह की आर्थिक मदद मुहैया नहीं करवा रही है। आरोप यह भी है कि मशीन में हाथ खराब होने से अब 21 साल की इस युवती का विवाह कर पाना भी इस अभागे पिता के लिए मुश्किल हो गया है। कई माह से कंपनी प्रबंधन से गुहार करने पर भी उन्हें कोई मदद नहीं मिली। कंपनी की इस लापरवाही को लेकर अब मजदूर संगठन हिंद मजदूर सभा ने मोर्चा खोलते हुए श्रम अधिकारी को इसकी शिकायत करवाई है। हिंदू मजदूर सभा के प्रदेशाध्यक्ष मेलाराम चंदेल, प्रदेश महासचिव राजू भारद्वाज, जिलाध्यक्ष रंजीत ठाकुर, जोगिंद्र डोगरा, अरविंद कुमार, अश्वनी ने कहा कि प्रवासी कामगार युवती को कंपनी द्वारा एक साल से गुमराह किया जा रहा है। उसे उसका आर्थिक हक नहीं दिया गया। जिससे इस परिवार को मानसिक व शारीरिक तौर पर प्रताडि़त होना पड़ा है। उन्होंने कहा कि कंपनी अगर कामगार युवती को आर्थिक मदद नहीं करती है तो संगठन उद्योग के खिलाफ गेट पर ही प्रदर्शन आरंभ कर देगा। श्रम अधिकारी बद्दी मनीष करोल का कहना है कि मामले में उन्हें इससे पहले कोई भी शिकायत नहीं दी गई। मामले के पूरा एक साल हो चुका है। ऐसे में पूरी जांच के बाद कामगार युवती को उनका सही हक दिलवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि युवती को मामले में पुलिस एफआईआर की प्रति सौंपने के लिए कहा गया है। जिससे इस हादसे को लेकर कंपनी के खिलाफ साक्ष्य स्वरूप कार्रवाई की जा सके।