दीपक की हैट्रिक ने 2001 में कब्जाया जूनियर वर्ल्ड कप

ऊना के हाकी खिलाड़ी को सराहनीय योगदान के लिए मिला अर्जुन अवार्ड, हैदराबाद एफ्रो-एशियन गेम्स में भी जमाई धाक

प्रोफाइल

नाम        दीपक ठाकुर

जन्म       28 दिसंबर, 1980

पिता       नरदेव (पूर्व सैनिक)

माता       ललिता (गृहिणी)

खेल       हाकी

समर ओलंपिक्स में देश का प्रतिनिधित्व

हाकी खिलाड़ी दीपक ठाकुर ने वर्ष 2000 से 2004 तक समर ओलंपिक्स में देश का प्रतिनिधित्व किया। वहीं वर्ष 2001 में भारतीय हॉकी टीम जूनियर वर्ल्ड कप विजेता बनी। इस दौरान दीपक ठाकुर ने फाइनल मैच में गोल की हैट्रिक लगाई।

ऊना —   अर्जुन अवार्डी एवं अंतराष्ट्रीय हाकी खिलाड़ी दीपक ठाकुर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। दीपक ठाकुर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा चुके हैं। भारतीय हाकी में सराहनीय योगदान के लिए उन्हें अर्जुन अवार्ड से भी नवाजा गया। दीपक ठाकुर का निक नेम हैप्पी है। उनका जन्म पंजाब राज्य के होशियारपुर जिला के तहत बमोवाल में हुआ, लेकिन वह ऊना जिला के पंजावर से संबंधित हैं। दीपक ठाकुर की प्रारंभिक शिक्षा माउंट शिवालिक पब्लिक स्कूल ऊना से हुई। उन्होंने महेंद्रा कालेज ऑफ पटियाला से कला संकाय में अपनी पढ़ाई पूरी की। इसके बाद दीपक ठाकुर का चयन साई स्पोर्ट्स होस्टल के लिए हुआ। दीपक ठाकुर साई स्पोर्ट्स होस्टल पटियाला में बेहतर खिलाड़ी रहे। 1993 से 1994 तक पटियाला होस्टल में खेल की बारीकियां सीखीं। इसके बाद दीपक ठाकुर का चयन एयर इंडिया हाकी अकादमी दिल्ली के लिए हुआ। इंडियन ऑयल कारपोरेशन की टीम से खेलते रहे। दीपक ठाकुर वर्ष 1997 में अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी बने। पहली बार अंडर-21 इंडिया टीम के लिए चयनित हुए। रशिया के खिलाफ होने वाली हाकी टेस्ट सीरीज के लिए दीपक ठाकुर का चयन हुआ। वहीं  दीपक ठाकुर ने हैदराबाद एफ्रो-एशियन गेम्स में बेहतर प्रदर्शन किया। वर्ष 2001 में भारतीय हाकी टीम जूनियर वर्ल्ड कप विजेता बनी। इस दौरान दीपक ठाकुर ने फाइनल मैच में गोल की हैट्रिक बनाई। इसके अलावा दीपक ठाकुर पूरी प्रतियोगिता में बेस्ट स्कोरर रहे। वह अगस्त से अक्तूबर, 2007 तक विदेशी क्लब के लिए भी खेल चुके हैं। इंडियन हाकी के लिए बेहतर योगदान देने के लिए दीपक ठाकुर को वर्ष 2004 में अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया। वर्तमान में दीपक ठाकुर चंडीगढ़ में इंडियन ऑयल कारपोरेशन में कार्यरत हैं और इसी टीम से खेलते भी हैं। लगातार हाकी खेल को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। आगामी प्रतियोगिताओं की भी तैयारियों में जुटे हुए हैं।