नाहन में एमसीआई की दबिश

मेडिकल कालेज में हड़कंप, एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की एफिलिएशन को लेकर टीम ने किया निरीक्षण

नाहन — डा. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कालेज एंड अस्पताल नाहन में सोमवार को उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की टीम ने दबिश दी। चार सदस्यीय एमसीआई की टीम सोमवार तड़के ही डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एंड अस्पताल में पहुंची। जानकारी के मुताबिक जिस समय एमसीआई की टीम ने मेडिकल कालेज में दबिश दी, उस वक्त कई स्टाफ के सदस्य भी ड्यूटी पर नहीं पहुंचे थे। बताते हैं कि एमसीआई की टीम बिना पूर्व सूचना के ही मेडिकल कालेज में पहुंची। गौर हो कि एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की एफिलिएशन को लेकर एमसीआई की टीम ने अस्पताल एवं मेडिकल कालेज का दौरा किया। इस दौरान एमसीआई की टीम ने दिन भर जहां डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एवं अस्पताल के स्टाफ व कालेज फैकल्टी के डाक्यूमेंट खंगाले, वहीं अस्पताल में उपलब्ध करवाई जा रही सुविधाओं का भी जायजा लिया। सूत्रों का कहना है कि मेडिकल कालेज में कुछ कमियों को लेकर एमसीआई की टीम ने कालेज प्रबंधन को शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए हैं। गौर हो कि डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में एमबीबीएस के प्रथम वर्ष के बैच को एक वर्ष का समय हो गया है। अब जुलाई-अगस्त से एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की कक्षाएं बैठनी हैं। गौर हो कि गत दिनों नाहन पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने स्थानीय लोगों एवं कालेज प्रबंधन को बताया था कि डा. वाईएस परमार मेडिकल कालेज एवं अस्पताल में एमबीबीएस की द्वितीय वर्ष की कक्षाओं को लेकर एमसीआई की टीम नाहन पहुंचेगी, ताकि द्वितीय वर्ष की कक्षाएं अविलंब शुरू की जा सकें।

तीन महीने में पूरी करें कमियां

एमसीआई की टीम ने मेडिकल कालेज की लैब, क्लास रूम व अन्य सुविधाओं का भी जायजा लिया। बताते हैं कि एमसीआई द्वारा मेडिकल कालेज के निरीक्षण के दौरान कालेज प्रबंधन को कुछ निर्देश भी दिए हैं, जिन्हें तीन माह के भीतर पूरा करना लाजिमी है।