पानी पर भी ‘दौड़ेगी’ एचआरटीसी

प्रदेश परिवहन निगम को मिला वाटर ट्रांसपोर्ट का जिम्मा

शिमला— हिमाचल प्रदेश में परिवहन सेवाएं प्रदान करने वाले एचआरटीसी को अब वाटर ट्रांसपोर्ट की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। प्रदेश में वाटर ट्रांसपोर्ट के लिए एचआरटीसी नोडल एजेंसी होगा, जो कि  विभिन्न जलाशयों में चलने वाली बोट आदि को लेकर प्रबंधन का काम करेगा। इसके साथ कोलडैम परियोजना क्षेत्र के तत्तापानी एरिया में जलाशय में बोटिंग के लिए कुछ नए रूट भी निर्धारित किए गए हैं, जहां पर लोगों को बोटिंग की सुविधा मिल सकेगी। यहां पर पहले से भी दर्जन भर रूटों पर बोटिंग की सुविधा प्रदान की जा रही है। प्रधान सचिव परिवहन द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार कोलडैम जलाशय क्षेत्र में कयान से करला एक नया रूट निर्धारित किया गया है। इसके स्टॉपेज अहान,जरतू, सुई, मेंहदला व नेरी रोपडू में होंगे। सतलुज नदी पर इस क्षेत्र में वाटर ट्रांसपोर्ट की और अधिक सुविधा मिल सकेगी। कयान से सुई के लिए वाया बोई तथा सुई से नेरी के लिए वाया रोपडू बोट चल सकेगी।  आने वाले दिनों में यहां पर वाटर ट्रांसपोर्ट  के लिए कई और रूटों को भी निर्धारित किया जाएगा, जिसके लिए सरकार ने ऐलान कर रखा है। यही नहीं, मत्स्य विस्तार के लिए यहां पर प्रयास किए जा रहे हैं। हालांकि इसमें अभी उतनी अधिक सफलता नहीं मिल पाई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि अगले सीजन में यहां बड़े पैमाने पर मत्स्य उत्पादन होगा। एचआरटीसी को वाटर ट्रांसपोर्ट के लिए पूरी तरह से जिम्मेदारी सौंपी गई है। अब प्रदेश में उन अन्य स्थानों का भी चयन किया जाएगा, जहां पर वाटर स्पोर्ट्स की संभावनाए हैं। प्रधान सचिव परिवहन संजय गुप्ता की ओर से यह आदेश जारी हुए हैं। गौर हो कि यहां अभी वाटर ट्रांसपोर्ट के लिए कोई नोडल एजेंसी नहीं थी, जिसका जिम्मा अब एचआरटीसी के पास रहेगा।