प्रदेश में शराब के ठेके खुलने का रास्ता साफ

स्क्रूटनी पूरी; आला अधिकारियों को भेजी लिस्ट, एमआरपी हटाने के फैसले के बाद बढ़ा ठेकेदारों का रुझान

शिमला – प्रदेश में शराब ठेकों के वितरण के लिए स्क्रूटनी का काम सोमवार को पूरा हो गया है। इसके साथ सोमवार को भी कुछ क्षेत्रों में शराब के ठेकों की ऑक्शन हुई, जिसमें शिमला के भी कुछ यूनिटों की ऑक्शन रखी गई थी। आबकारी एवं कराधान विभाग के अधिकारी इस काम में खासे मसरूफ हैं, जिनके सामने अधिक से अधिक राजस्व जुटाने का लक्ष्य है। विभाग ने देर शाम तक स्क्रूटनी के बाद इसकी विस्तृत सूची आला अधिकारियों को भेज दी है, जिसके बाद अब शराब ठेके खोले जाने का रास्ता निकल गया है। कुछ क्षेत्रों में सोमवार को शराब ठेके खुल गए हैं, लेकिन कुछ में अभी भी नहीं खुल पाए हैं। बिवरेज लिमिटेड को शराब के ठेके देने को लेकर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है, क्योंकि शराब ठेकेदार अब ठेके लेने के लिए आगे आ रहे हैं, जो कुछ ठेके शेष रह गए थे, उनके लिए सोमवार को भी ऑक्शन हुई और मंगलवार को उनकी स्क्रूटनी भी कर दी जाएगी। बहरहाल, अब कई जगह ठेके खुलने का रास्ता साफ हो गया है।

आबकारी पुलिस के गठन की मांग

प्रदेश में एक दफा फिर से आबकारी पुलिस के गठन को लेकर मांग उठ रही है। खुद आबकारी विभाग के अफसर इस पर चर्चा कर रहे हैं, जो कि अवैध कारोबार को रोकने में सहायक साबित होगी।

महंगी-सस्ती का कंपीटीशन

शराब ठेकेदारों के लिए शराब की बोतल से एमआरपी हटाने के निर्णय के बाद ठेकेदारों ने रूझान दिखाया है, जिनका कहना है कि उन्हें कीमत निकालने के साथ मुनाफा कमाने में इससे मदद मिल सकती है। प्रदेश में शराब ठेकेदार ही मिलकर बोतलों के रेट तय करेंगे, लेकिन शुरुआत में यहां 150 से 200 रुपए तक शराब महंगी मिल रही है। सभी जगहों पर ठेके खुल जाने से उम्मीद है कि इनके भाव एक समान हो जाएं। इसमें प्रतिस्पर्धा भी रहेगी और उससे हो सकता है कि कहीं पर शराब कम दामों पर मिले। महंगे दामों को लेकर इसके शौकीन खासे परेशान हैं, वहीं एक सप्ताह से ज्यादा समय हो चला है, जहां कई क्षेत्रों में शराब नहीं मिल पा रही है। अवैध शराब के कारोबार पर किस तरह से लगाम लगाई जाए, इसे लेकर भी आने वाले दिनों में विशेष रणनीति बनाई जाएगी। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस मामले में भी युक्ति निकालने को लेकर चर्चा हुई है।

जल्द होगी चर्चा

बताया जा रहा है कि स्टेट रोड को डी-नोटिफाई करने के बाद अब वहां शराब ठेकों को वापस खोले जाने को लेकर भी अधिकारी चर्चा करेंगे। मंगलवार को इस संबंध में बैठक रखी गई है, जिसमें विभाग तय करेगा कि इन मार्गों पर कितने शराब ठेके और खुल सकते हैं। इनके लिए अलग से नीलामी की प्रक्रिया चलाई जाएगी, जिसके बाद सरकारी राजस्व को और अधिक मुनाफा होने की पूरी उम्मीद है।