फसलों पर तबाही बन बरसे ओले

कुल्लू  —  जिला कुल्लू के कई इलाकों में सोमवार की रात को ओलावृष्टि हुई है। इससे किसान-बागबानों को गहरा झटका लगा है। वहीं, बंजार घाटी में इसका खासा असर पड़ है। जानकारी के अनुसार बंजार घाटी में कई जगह ओलावृष्टि होने से नगदी फसलें तबाह हो गई है। यह ओलावृष्टि सोमवार की रात को हुई है। फसलें तबाह होने से किसान-बागबान के अरमानों पर पानी फिर गया है। लिहाजा, इस ओलावृष्टि से किसान-बागबानों को आर्थिकी कमजोर होने की चिंता सताने लगी है। क्षेत्र के लोगों के अनुसार सोमवार को घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में जमकर ओलावृष्टि हुई है। जिससे नगदी फसलों के साथ-साथ परंपरागत फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। नोहांडा पंचायतवासी राजेंद्र सिंह चौहान, वार्ड पंच भीमा देवी ने बताया कि ओलावृष्टि से लोगों की फसलें पूरी तरह से तबाह हुई है। उन्होंने बताया कि खासकर नौहांडा पंचायत के दर्जनों गांवों के लोगों की साग सब्जी के साथ-साथ परंपरागत फसलों और सेब, आडू, बादाम और नाशपाती को भारी क्षति पहुंची है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र के लोगों ने हालांकि इस बार सेब, नाशपाती और प्लम की बंपर फ सल होने की उम्मीद लगा रखी थी लेकिन ओलावृष्टि से इन फ सलों को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में बागबानों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। वहीं क्षेत्र के काउंचा निवासी रूप लाल, दलीप, किरत राम, वार्ड पंच गधेरी लाल ने बताया कि उनके बगीचे में फ सलों को भारी नुकसान हुआ है।  उन्होंने बताया कि इस बारे में उन्होंने प्रशासन को सूचना दे दी है और मांग की है कि प्रशासन की ओर से क्षेत्र में एक टीम भेजी जाए और नुसान का आकलन कर लोगों को मुआवजा दिया जाए।

इन गांवों में नुकसान

नोहांडा पंचायत के डिंगचा, तिंदर, रोपा, काउंचा और झलैरी गांव  में ओलावृष्टि होने से फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा है। सेब, प्लम के साथ-साथ गेहूं और जौ की फसल भी ओलावृष्टि की भेंट चढ़ गई है।