बिना अकाउंट बना दिया लोन, भरेगा कौन

पंजाब नेशनल बैंक सुजानपुर का कारनामा, युवक के नाम चढ़ा पौने दो लाख का कर्र्ज

सुजानपुर — पंजाब नेशनल बैंक सुजानपुर ने एक युवक के नाम पौने दो लाख रुपए का लोन चढ़ा दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि युवक का इस बैंक में खाता तक नहीं है। पौने दो लाख का कर्ज होने की बात पता लगते ही युवक अब सदमे में है। वहीं पीएनबी प्रबंधक ने यह सब गलती से होने की बात कही है। सुजानपुर के वार्ड नंबर दो का संजीव सोनी पुत्र संतोष कुमार बैंक की इस भारी चूक का खामियाजा भुगत रहा है। संजीव ने बताया कि उसे इस लोन के बारे तब पता जब वह सुजानपुर के एक राष्ट्रीयकृत बैंक में लोन अप्लाई करने पहुंचा। बैंक पहुंचते ही उसे पता चला कि उसके नाम वर्ष 2010 से ही एक लाख का लोन  चल रहा है। यह सुनकर संजीव के पैरों के तले जमीन खिसक गई। संजीव को ज्यादा सदमा तब लगा जब उसे पता चला कि वर्ष 2010 में एक लाख का लिया गया यह लोन अब पौने दो लाख तक जा पहुंचा है। ऐसे में लोन लेने जिस बैंक में संजीव गया था, उसने उसे कर्ज देने से साफ इनकार कर दिया है। बैंक का कहना था कि आपको लोन नहीं मिल सकता, आप डिफाल्टर हो चुके हैं। इस बात पर जब पीडि़त युवक ने पंजाब नेशनल बैंक सुजानपुर के प्रबंधक को रिकार्ड खंगालने को कहा, तो पता चला कि बैंक ने किसी और का लोन संजीव के नाम चढ़ा दिया था। पीडि़त युवक ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना में जिस भी व्यक्ति ने लोन लेना होता है उसे पहले जारी दिशा-निर्देश जिसमें सिविल रिपोर्ट लेनी होती है। ऐसे में संजीव ने बताया कि उसकेनाम पर लोन शो होने के बाद उसे अब डिफाल्टर घोषित कर दिया है। पीडि़त युवक ने बताया कि बगेड़ा निवासी युवक का लोन मेरे नाम बैंक वालों ने चढ़ा दिया था, जिस कारण उसे भारी परेशानी झेलनी पड़ी है। बहरहाल पीडि़त युवक ने बताया कि बैंक की इस घटना को लेकर उसने न्यायालय में केस दर्ज करवाया है व जिसकी पहली सुनवाई 27 अप्रैल को है। पीडि़त संजीव कुमार ने बताया कि अगर वह लोन लेने बैंक नहीं जाता और मामले की छानबीन नहीं करवाते, तो यह लोन मुझ पर चलता रहना था। पीडि़त ने बताया कि इस फर्जी लोन के नाम से उसकी फजीहत हुई है व अब में कहीं लोन नहीं ले सकता। युवक ने तमाम असुविधा के लिए बैंक प्रबंधन को दोषी ठहराया है। इस संदर्भ में पंजाब नेशनल बैंक सुजानपुर के मैनेजर पीएस चंदेल ने बताया कि लोन राजीव कुमार निवासी समौना पलाही के नाम था, जो गलती से सिविल रिपोर्ट में संजीव सोनी के नाम दर्शाया गया था। यह सब गलती से दर्ज हो गया था व अब संजीव को एनओसी  दे दी है। अब युवक कहीं से भी लोन ले सकता है।