बीटेक सीटों में होगी कटौती

24 अप्रैल को अकादमिक काउंसिल की बैठक में एचपीटीयू की बीओजी कमेटी सुनाएगी अंतिम फैसला

हमीरपुर —  हिमाचल प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों पर आधारभूत ढांचे की बड़ी गाज गिरने वाली है। संबद्धता के निर्धारित मापदंड पूरा न करने पर एक दर्जन इंजीनियरिंग कालेजों को बीटेक सीटों में कटौती होगी। यह प्रस्ताव एफिलिएशन कमेटी ने तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर को सौंपा है। इसके चलते 24 अपै्रल को अकादमिक काउंसिल की बैठक बुलाई गई है। इसमें एफिलिएशन कमेटी की सिफारिशों को रखा जाएगा। अकादमिक काउंसिल की अनुशंसा के आधार पर तकनीकी विश्वविद्यालय की बोर्ड ऑफ गवर्निंग (बीओजी) कमेटी इस पर अपना अंतिम फैसला सुनाएगी। यह प्रक्रिया 27 अप्रैल तक पूरी होने की संभावना है। हिमाचल प्रदेश में तकनीकी विश्वविद्यालय से संबद्धता प्राप्त कुल 46 कालेज हैं। इनमें 18 इंजीनियरिंग, 16 फार्मेसी, आठ एमबीए तथा चार एमसीए के कालेज हैं। इन कालेजों की संबद्धता की प्रक्रिया दिसंबर, 2016 में आरंभ हो गई थी। तकनीकी विश्वविद्यालय ने दस जनवरी, 2017 तक कालेजों से आवेदन मांगे थे। इस आधार पर 14 फरवरी को सभी संबद्धता आवेदनों की स्क्रूटनिंग की गई। तकनीकी विश्वविद्यालय ने संबद्धता के निर्धारित मापदंडों को जांचने के लिए एफिलिएशन कमेटी का गठन किया। इस कमेटी ने ऑन स्पाट विजिट के बाद संबंधित संस्थानों को उनकी खामियां बताते हुए निर्धारित समय पर उन्हें दूर करने के लिए कहा। इसके लिए तकनीकी विश्वविद्यालय ने कुछ संस्थानों को नोटिस भी जारी किए। इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद सभी संस्थानों ने खामियों को दूर कर निर्धारित मापदंड पूरा करने का दावा किया। इसके चलते एफिलिएशन कमेटी ने फाइनल स्पॉट इंस्पेक्शन करने के बाद अपनी रिपोर्ट तकनीकी विश्वविद्यालय को सौंप दी। इस आधार पर राज्य के एक दर्जन इंजीनियरिंग कालेजों की बीटेक सीटों पर कैंची चलाने का प्रोपोजल दिया गया है। बहरहाल कमेटी की इन सिफारिशों को अब अकादमिक काउंसिल और बीओजी की औपचारिक मुहर लगना बाकी है।

एक दर्जन इंजीनियरिंग कालेजों पर गाज

बीओजी उन्हीं सिफारिशों पर फैसला लेगी, जिन्हें ग्राउंड लेवल पर आकलन के बाद जारी किया गया है। इसके चलते यह तय माना जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश को 46 इंजीनियरिंग कालेज में से एक दर्जन के खिलाफ संबद्धता के मापदंडों की गाज गिरना तय है।