बैरियर पर ही रोके जाने चाहिए श्रद्धालु
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को चालान काटने के अलावा भी यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों से सख्ती से निपटना चाहिए, ताकि लोग यातायात नियमों का पालना करें। उन्होंने कहा कि पंजाब राज्य से मालवाहक वाहनों में आने वाले श्रद्धालुओं को बैरियरों पर ही रोका जाए, ताकि सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जा सके।
चिंतपूर्णी पहुंचा उत्तर भारत
चिंतपूर्णी — प्रसिद्ध शक्तिपीठ चिंतपूर्णी श्रद्धालुओं की आमद से गुलजार हो गया है। प्रदेश के अलावा पंजाब-दिल्ली-उत्तराखंड व यूपी से श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए चिंतपूर्णी पहुंच रहे हैं। अगर सातवें नवरात्र की बात करें तो मां के दरबार में तिल धरने को जगह नहीं थी। रविवार को भी शक्तिपीठ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर पसिर मां के जयकारों से गूंज पड़ा, वहीं मंदिर न्यास की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधाओं का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। मां के चरणों में श्रद्धालु दिल खोलकर चढ़ावा चढ़ा रहे हैं। नकद चढ़ावे के साथ ही मंदिर न्यास को सोना, चांदी के अलावा विदेशी मुद्रा भी चढ़ावे के तौर मिल रही है। चिंतपूर्णी में छठे नवरात्र के मौके पर करीब 25 हजार श्रद्धालु शक्तिपीठ पहुंचे। इस नवरात्र को मंदिर न्यास को 12 लाख 75 हजार 968 रुपए का नकद चढ़ावा मिला, वहीं पांच ग्राम सोना, 300 ग्राम चांदी भी श्रद्धालु चढ़ाए गए। कई श्रद्धालु मां के दरबार में दंडवत पहुंचे। इस तरह के श्रद्धालुओं की आस्था देखने लायक है। इसके अलावा पांचवें नवरात्र पर करीब 15 हजार श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। मंदिर न्यास को छह लाख 50 हजार 348 रुपए की राशि चढ़ावे के तौर पर मिली। सोना 10 ग्राम, चांदी चार किलोग्राम 500 ग्राम भी श्रद्धालुओं ने चढ़ाया, वहीं बात यदि सातवें नवरात्र सोमवार की कि जाए, तो करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने मां के दरबार में हाजिरी लगाई।