मानदेय को दस माह से तरसे वाटरगार्ड

 बैजनाथ —  पंचायत स्तर रखे गए वाटरगार्ड पिछले दस महीनों से अपने मानदेय को तरस रहे हैं, जो उन्हें सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग देता है। इनमें गोपी चंद राणा, कल्याण चंद, रवि कुमार, अशोक कुमार, प्रशांत राणा ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश भर में 4200 के लगभग वाटरगार्ड रखे गए हैं, जिनका प्रतिमाह का मानदेय मात्र 1500 रुपए बनता है, परंतु दस महीने होने को आए हैं। विभाग द्वारा उनका मानदेय वेतन नहीं दिया जा रहा है। वाटरगार्ड संघ उपमंडल बैजनाथ के गोपी चंद राणा, कल्याण चंद का कहना है कि जब से इस बारे में सहायक अभियंता कार्यालय से पूछा जाता है तो वह कहते हैं कि अधिशाषी अभियंता कार्यालय पालमपुर से मानदेय नहीं आया है। जब पालमपुर कार्यालय से पूछा जाता तो कहते हैं मुख्य अभियंता कार्यालय धर्मशाला से मानदेय नहीं आया है। बार-बार समस्त जलरक्षकों को गुमराह किया जा रहा है। वाटरगार्डों का कहना है कि जुलाई, 2016 से अप्रैल, 2017 तक कोई भी मानदेय नहीं दिया गया। इस बारे सहायक अभियंता दिलेर सिंह ने बताया कि पीछे से ही जलरक्षकों का मानदेय नहीं आ रहा है।