प्रशासन ने सौंपी दस हजार फौरी राहत
अग्निकांड में क्लीनिक और लैब में रखी ब्लड एनालाइज मशीन, माइक्रो स्कोप, ईसीजी मशीन, इंकुवेटर, फ्रीज, पंखे, फर्नीचर व दवाइयां आदि जलकर राख हो गई और लगभग 15 लाख रुपए का नुकसान होने का अनुमान है। गुरुवार को तहसीलदार स्वारघाट जस्पाल ने क्लीनिक और लैब का दौरा किया तथा क्लीनिक मालिक डा. अनिल कुमार को 10 हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान की।
करंट लगने से बुजुर्ग की मौत
नयनादेवी- थाना कोट कहलूर के तहत पड़ने वाले गांव इल्लेवाल में एक बुजुर्ग व्यक्ति की करंट लगने से मौत हो गई। जानकारी के अनुसार मजलसी राम पुत्र भगवानू राम उम्र 75 घरेलू काम में व्यस्त था। इस दौरान टुल्लू पंप को आपरेट करते वक्त करंट की चपेट में आ गया, जिस कारण उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही थाना कोट पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन आरंभ कर दी है। शव का जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है।
अग्निशमन केंद्र होता, तो कम होता नुकसान
स्वारघाट — स्वारघाट उपमंडल के लोग खुद को ठगा सा महसूस कर रहे हैं, क्योकि उनकी अग्निशमन केंद्र खोलने की मांग अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। अगर स्वारघाट में अग्निशमन केंद्र होता, तो शायद बुधवार देर रात हुए आगजनी कांड में इतना नुकसान न होता। लगभग डेढ़ घंटे बाद नयनादेवी से दमकल वाहन स्वारघाट पहुंचा, लेकिन तब तक क्लीनिक व लैब जलकर राख हो चुकी थी। स्वारघाट में आग की घटना होने पर जब तक जिला मुख्यालय बिलासपुर या नयनादेवी से फायर ब्रिगेड की गाड़ी मंगवाई जाती है। तब तक सब कुछ जलकर राख हो जाता है। स्वारघाट में हर साल जंगलों में आग से लाखों की वन संपदा नष्ट होती है, लेकिन सब पता होने के बावजूद सरकार व प्रशासन ने स्वारघाट में अग्निशमन केंद्र खोलेने के लिए कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। यदि सरकार स्वारघाट में अग्निशमन केंद्र स्थापित करती है तो इससे उपमंडल के लोगों को सीधा फायदा पंहुचेगा तथा आग से होने वाले नुकसान को रोका जा सकेगा।