सदर में…मजबूत सत्ती के सामने कांग्रेस की साख दाव पर

ऊना – प्रदेश में चुनावों की आहट के साथ ही ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र में भी राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर पहुंच गई हैं। इस सीट पर भाजपा अपनी पकड़ को मजबूत करने में लगी है, वहीं कांग्रेस इस सीट को भाजपा से छीनने के लिए आतुर है। माकपा, आम आदमी पार्टी व बहुजन समाज पार्टी भी यहां पर चुनाव लड़ने के मूड में हैं। प्रदेश भाजपाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती का विधानसभा क्षेत्र होने के चलते इस क्षेत्र पर प्रदेश भर के लोगों की निगाहे टिकी हुई हैं। प्रदेश भाजपाध्यक्ष एवं विधायक सतपाल सिंह सत्ती ने हाल ही में सीएम वीरभद्र सिंह को भी इस क्षेत्र से चुनाव लड़कर अपनी लोकप्रियता आजमाने की चुनौती दी है। ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र से सतपाल सिंह सत्ती लगातार तीन बार विधायक चुने जा चुके हैं। 2003 में मात्र 51 मतों से जीत दर्ज कर पहली दफा विधानसभा में पहुंचे सतपाल सिंह सत्ती ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा। 2008 व 2012 में भी सत्ती ने जीत दर्ज कर अपना प्रभुत्व साबित किया। 2008 से 2012 तक प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यकाल में सतपाल सिंह सत्ती मुख्य संसदीय सचिव भी रहे। वहीं अब लगातार तीसरी बार विधायक रहने के साथ-साथ वह तीसरी बार ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। कुशल संगठनकर्ता होने के चलते सतपाल सिंह सत्ती ने ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी में मजबूत बनाई है, वहीं बूथ स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं की टीम गठित कर क्षेत्र में अभेद किलेबंदी की है। सतपाल सिंह सत्ती लगातार चौथी बार इस क्षेत्र से जीत दर्ज करने के लिए एक बार फिर से चुनावी समर में उतरने की पूरी तैयारी कर चुके हैं। ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र में सतपाल सिंह सत्ती की दावेदारी को यूं तो कोई भी चुनौती नहीं दिख रही है, लेकिन अंदरखाते कुछेक लोग विधानसभा चुनावों में सत्ती की मुखालफत कर सकते हैं। एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष व जिला परिषद सदस्य करुण शर्मा ने चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। जिला से एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता के रहमोकरम व प्रदेश युंका अध्यक्ष विक्रमादित्य सिंह के साथ नजदीकियों के दम पर करुण शर्मा कांग्रेस टिकट की जुगाड़ में है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष वीरेंद्र धर्माणी को भी इस क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में देखा जा रहा है।

कांग्रेस में टिकट को लेकर खींचतान

दूसरी तरफ, ऊना सदर विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन चुनावों में हार का स्वाद चख चुकी कांग्रेस  इस बार भाजपा से यह सीट छीनने  के लिए ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है, लेकिन कांग्रेस में टिकट के बढ़ते चाहवानों की सूची भाजपा के लिए वरदान साबित हो रही है। पिछले विस चुनावों में सदर विस क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रहे सतपाल रायजादा एक बार फिर से चुनावी ताल ठोंकने को तैयार बैठे हैं। सुक्खू कैंप में शामिल सतपाल रायजादा ने विधानसभा क्षेत्र में प्रत्येक बूथ पर अपनी टीम भी तैयार की है, वही ब्लॉक कांग्रेस के माध्यम से विभिन्न मोर्चों का गठन कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी मोबिलाइज किया है। पूर्व विधायक स्वर्गीय विरेंद्र गौतम के पुत्र व कांगड़ा बैंक के निदेशक राजीव गौतम भी इस क्षेत्र में चुनाव लड़ने के लिए आतुर हैं।