सोलन बाइपास फिर से विवादों में

सोलन  —  करीब 15 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा बाइपास फिर से विवादों में आ गया है। लोक निर्माण विभाग ने भू-अधिग्रहण के बिना ही इस मार्ग के टेंडर लगा दिए हैं। आंजी व आसपास के गांव में लोगों को अभी तक मुआवजा ही नहीं मिला है। इस सबके चलते बाइपास निर्माण का कार्य डीपीएस स्कूल के समीप आकर रुक गया है। जानकारी के अनुसार आंजी से शामती तक करीब पांच किलोमीटर लंबे बाइपास का निर्माण किया जा रहा है। इस मार्ग के निर्माण कार्य के लिए लोक  निर्माण विभाग द्वारा टेंडर भी लगा दिए गए हैं। निर्माण करने वाले ठेकेदार ने शामती की तरफ से कटिंग का कार्य भी शुरू कर दिया है। वन वे कटिंग का कार्य लगभग पूरा हो चुका है तथा इन दिनों डंगे आदि लगाए जाने का कार्य चल रहा है। बताया जा रहा है कि  बाईपास के निर्माण का कार्य डीपीएस स्कूल से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। कई दिनों से काम यहीं पर चल रहा है। हालांकि यहां तक कटिंग व अन्य कार्य के लिए इन दिनों लेबर व मशीनरी लगी हुई हैं, लेकिन इससे आगे भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी न होने के कारण काम नहीं हो पा रहा है। आंजी, शराणू व आसपास के किसानों को अभी तक मुआवजा राशि नहीं मिल पाई है। इसके अलावा शामती में भी बाइपास निर्माण को लेकर विवाद पैदा हो गया है। स्थानीय व्यक्ति द्वारा इस मामले में आपत्ति दायर की गई है, जिसमें आरोप है कि जिस क्षेत्र से सड़क के लिए एलाइनमेंट की गई थी वहां से रोड नहीं बनाया जा रहा है। रोड बनाए जाने के लिए किसी अन्य की जमीन का इस्तेमाल हो रहा है। आने वाले दिनों में भी यदि बाईपास  निर्माण को लेकर इसी प्रकार की विवाद की स्थिति बनी रही तो रोड के निर्माण में कई वर्षों का समय लग सकता है। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने ठेकेदार को 18 माह में काम पूरा करने की सीमा निर्धारित की है, लेकिन औपचारिकताएं पूरी न होने की वजह से काम को पूरा करने में कई वर्षों का समय लगने की  संभावना है। लोक निर्माण विभाग के एसडीओ एलडी महाजन का कहना है कि आंजी व आसपास के गांव में जल्द ही लोगो को मुआवजा दे दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शामती में कुछ विवाद है, जिसे हल करने के लिए डिमार्केशन करवा दी गई है।